50 प्रतिशत आबादी को सुरक्षा टीका
ओमिक्रान के खतरे के बीच अच्छी खबर यह है कि राज्य की लक्षित आबादी में से 50 प्रतिशत को कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज लगा चुके हैं। रविवार को राज्य ने यह आंकड़ा पार कर लिया। भले ही यह एक उपलब्धि हो, मगर जब तक शेष 50 प्रतिशत आबादी और कवर नहीं हो जाती और 18 वर्ष से कम आयुवर्ग के किशोर-बच्चों को टीके नहीं लग जाते, कोरोना का खतरा मंडराता रहेगा।
कोविशील्ड भी एक बड़ी वजह
कोविशील्ड भी टीकाकरण के पीछे होने की एक वजह है। राज्य की 90 प्रतिशत आबादी को कोविशील्ड की ही वैक्सीन लगी। इस वैक्सीन की पहली डोज के बाद दूसरी डोज का समय 12 से 16 हफ्ते होता है। यानी अगर आज किसी व्यक्ति को वैक्सीन लगी तो उसका नंबर 3 से 4 महीने के बाद आएगा। यही वजह है कि दूसरी डोज लगवाने वालों का प्रतिशत कम है। हालांकि शुरुआत में राज्य सरकार ने कोवैक्सीन को लेकर आपत्ति दर्ज करवाई थी, जिसका एक से दूसरे डोज के बीच महज 28 दिन का अंतर है।
इधर, सिंहदेव ने केंद्र को भेजा रिमाइंडर
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने भविष्य के खतरे को भांपते हुए केंद्र सरकार को बीते दिनों पत्र लिखकर दोनों डोज लगवा चुके लोगों के लिए बूस्टर डोज की मांग की थी। खासकर हेल्थ केयर वर्कर और बुजुर्गों के लिए। सिंहदेव का मानना है कि अब वैक्सीन का इफैक्ट कम हो रहा है।
रायपुर- 2- 158215, छत्तीसगढ़- 25- 1006967
प्रदेश में अब तक
कुल संक्रमित- 10,06,967
डिस्चार्ज- 9,93,044
एक्टिव- 330
मौतें- 13,593
जांच- 15,100