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लेकिन बाद में लोगों को पता चला कि यहां पर भी डॉक्टर नहीं था। इसके बाद यहां के नर्स और कंपाउंडर ने प्रसव कराया जिससे नवजात की मौत हो गई। परिजनों ने आरंग थाना में हास्पिटल के खिलाफ गलत जानकारी देकर मरीज को भर्ती कराने और लापरवाही बरतने की शिकायत की है।यह खाने और पीने से भी टूट सकता है आपका सावन सोमवार का व्रत, इस बात का रखें ध्यान
गौरतलब है कि भर्ती करने से पहले परिजनों ने श्रीयांश हास्पिटल से विशेषज्ञ डॉक्टर उपलब्ध होने की जानकारी भी मांगी थी, जिस पर अस्पताल प्रबंधन ने विशेषज्ञ डॉक्टर और अनुभवी चिकित्सा टीम होने की बात कहकर प्रसूता को अपने यहां भर्ती कर लिया।10 माह किया शारीरिक शोषण, जब युवती हुई प्रेग्नेंट तो पति बनकर करवा दिया गर्भपात
BMO का कहना है कि कई बार अस्पताल पर जांच और समझाइस दी जा चुकी है। नवजात के मौत के मामले में उच्चाधिकारियों निर्देश के बाद कार्रवाई की जाएगी। वहीं श्रीयांश अस्पताल के संचालक ने लापरवाही के आरोप को बेबुनियाद बताया है उनका कहना है कि उनके अस्पताल में बिना डॉक्टर के किसी भी मर्ज उपचार नहीं किया जाता और प्रसव के समय डॉक्टर उपस्थित थे। कंपाउंडर प्रसव के दौरान डाक्टर का सहयोग कर रहा था। बहुत से शिकायतों के बाद भी सर्वसुविधायुक्त और 24 घंटे घंटे डॉक्टरों के उपल्ब्ध होने का दावा करने वाले मरीजों के लिए संकट बने ऐसे नर्सिंग होम्स की संख्या नगर व क्षेत्र में दिनोदिन बढ़ रहे है।