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नवजात के शव पर रेंग रही थी चिंटियां, नर्स और कम्पाउंडर ने कराया था प्रसव

locationरायपुरPublished: Jul 16, 2019 10:09:47 pm

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CG Desk

CG Crime: आरंग के एक अस्पताल से लगातार लापरवाही की खबर आ रही है जिसका स्थानीय लोगो ने विरोध जताया है, गलत जानकारी देकर अस्पताल भर्ती करने का सिलसिला काफी समय से चल रहा है।

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नवजात के शव पर रेंग रही थी चिंटियां, नर्स और कम्पाउंडर ने कराया था प्रसव

रायपुर । आरंग में दुर्गा विहार स्थित श्रीयांश हॉस्पिटल में प्रसव के दौरान नवजात बच्ची की मौत हो गई। इस घटना के बाद परिजनों ने हास्पिटल प्रबंधन पर प्रसव के दौरान लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। परिजनों ने बताया कि महासमुंद जिले के बिरकोनी गांव की रहने वाली गर्भवती निधि शर्मा को गांव के सरकारी अस्पताल में डॉक्टर नहीं होने के कारण आरंग के एक निजी अस्पताल में रेफर किया गया। जहां प्रसूता को भर्ती कराया गया।

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लेकिन बाद में लोगों को पता चला कि यहां पर भी डॉक्टर नहीं था। इसके बाद यहां के नर्स और कंपाउंडर ने प्रसव कराया जिससे नवजात की मौत हो गई। परिजनों ने आरंग थाना में हास्पिटल के खिलाफ गलत जानकारी देकर मरीज को भर्ती कराने और लापरवाही बरतने की शिकायत की है।

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गौरतलब है कि भर्ती करने से पहले परिजनों ने श्रीयांश हास्पिटल से विशेषज्ञ डॉक्टर उपलब्ध होने की जानकारी भी मांगी थी, जिस पर अस्पताल प्रबंधन ने विशेषज्ञ डॉक्टर और अनुभवी चिकित्सा टीम होने की बात कहकर प्रसूता को अपने यहां भर्ती कर लिया।
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वहीं परिजनों का कहना है कि प्रसव के दौरान कोई भी डॉक्टर मौजूद नहीं था। पीड़ित परिवार ने बताया कि अस्पताल में नवजात के शव पर चिंटियां लग गई थी। वहीं पुलिस ने मामले में मर्ग कायम कर शव को पोस्टमार्टम कराकर जांच करने की बात कही है। घटना के बाद से आरंग की जनता, समाजसेवी और राजनीतिक लोगों ने प्रशासन से हॉस्पिटल के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। श्रीयांश हॉस्पिटल में लगातार लापरवाही शिकायतों की बात आरंग बीएमओ डॉ.एसके रॉय भी मानते हैं।

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BMO का कहना है कि कई बार अस्पताल पर जांच और समझाइस दी जा चुकी है। नवजात के मौत के मामले में उच्चाधिकारियों निर्देश के बाद कार्रवाई की जाएगी। वहीं श्रीयांश अस्पताल के संचालक ने लापरवाही के आरोप को बेबुनियाद बताया है उनका कहना है कि उनके अस्पताल में बिना डॉक्टर के किसी भी मर्ज उपचार नहीं किया जाता और प्रसव के समय डॉक्टर उपस्थित थे। कंपाउंडर प्रसव के दौरान डाक्टर का सहयोग कर रहा था। बहुत से शिकायतों के बाद भी सर्वसुविधायुक्त और 24 घंटे घंटे डॉक्टरों के उपल्ब्ध होने का दावा करने वाले मरीजों के लिए संकट बने ऐसे नर्सिंग होम्स की संख्या नगर व क्षेत्र में दिनोदिन बढ़ रहे है।
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