जानकारी के अनुसार 5 बजे तक लगभग 65 प्रतिशत मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर चुके थे। हालांकि चुनाव आयोग मतदाताओं के सही आंकड़े की जानकारी थोड़ी देर में देगा। दूसरे चरण के मतदान में किसी भी प्रकार हिंसा की खबरें सामने नहीं आईं। बतादें कि 11 दिसंबर को राज्य के मतों की गणना होगी।
वहीं बिन्द्रानवागढ़ के दो अति संवेदनशील मतदान केन्द्रों पर चुनाव तीन बजे समाप्त हो गया। जानकारी के अनुसार इस विधानसभा क्षेत्र के अति संवेदनशील मतदान केन्द्र आमामोरा में 82 प्रतिशत और मोढ़ में 80 प्रतिशत मतदान हुआ। हालांकि बिन्द्रानवागढ़ के अन्य मतदान केन्द्रों पर मतदान 5 बजे समाप्त हुआ।
बिन्द्रानवागढ़ विधानसभा सीट के दो मतदान केन्द्रों नक्सल प्रभावित होने की वजह से राज्य निर्वाचन आयोग ने इन दोनों मतदान केन्द्रों को अति संवेदनशील घोषित किया था। इन दोनों पोलिंग बूथ पर मतदान सुबह 7 बजे से शुरू हुआ था।
उधर, मतदान शुरू होते ही राजधानी रायपुर समेत धमतरी, जशपुर, रायपुर, अंबिकापुर और कोरबा में कई बूथों पर ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायतें दर्ज हुईं। राज्य निर्वाचन आयोग ने कहा कि गड़बड़ी वाली मशीनों को तुरंत बदल दिया गया और इससे मतदान प्रभावित नहीं हुआ।
हालांकि कांग्रेस ने भाजपा पर ईवीएम में छेड़छाड़ कर मतदान प्रक्रिया को बाधित करने का आरोप लगाया। वरिष्ठ नेता पी.एल.पुनिया के नेतृत्व में कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने छत्तीसगढ़ में ईवीएम में छेड़छाड़ और दुरुपयोग के कथित प्रयासों के लिए दिल्ली में ईसी से मुलाकात की। पुनिया ने कहा कि भाजपा को चुनाव में हार का डर है और इसलिए वह चुनाव में गड़बड़ी कर मतदान प्रक्रिया को प्रभावित करने की कोशिश कर रही है।
राज्य कांग्रेस प्रमुख भूपेश बघेल ने रायपुर में कहा, राज्य से ईवीएम में गड़बड़ी की खबरें आ रही हैं। कई स्थानों पर ईवीएम में गड़बड़ी की वजह से दो घंटे से अधिक समय तक वोटिंग नहीं हुई। क्या ईवीएम में गड़बड़ी सिर्फ इत्तेफाक है या मतदान प्रक्रिया को प्रभावित करने की साजिश। आयोग ने कांग्रेस के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया।