रायपुर

कोरोना वायरस का दूसरा चरण लौटा तो स्वास्थ्य विभाग पहले से रहेगा तैयार

– आयुर्वेदिक अस्पताल में संक्रमित गंभीर मरीजों के लिए ऑक्सीजनयुक्त 400 बेड हो रहा तैयार- ए सिम्टोमैटिक मरीजों के लिए रहेगी होम आइसोलेशन सुविधा, प्रयास सेंटर भी रहेगा संचालित

रायपुरOct 22, 2020 / 04:42 pm

Ashish Gupta

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रायपुर. राजधानी में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में काफी गिरावट आ रही है। सितंबर की अपेक्षा अक्टूबर में काफी कम मरीज मिल रहे हैं फिर भी स्वास्थ्य विभाग अपनी तरफ से कोई कसर छोड़ना नहीं चाहता है। ठंड के मौसम में संक्रमण के वापस लौटने की संभावना जताई जा रही है, जिसके मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग ने तैयारी शुरू कर दिया है।
आयुर्वेदिक अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीजों से खाली हो गया है फिर भी ओपीडी संचालित नहीं की जाएगी। इसे कोरोना मरीजों के आरक्षित रखा जाएगा। यहां पर ऑक्सीजनयुक्त 400 बेड तैयार किया जा रहा है। ऑक्सीजन पाइपलाइन बिछाने का काम जारी है। गौरतलब है कि अगस्त-सितंबर में कोरोना संक्रमण की दर में लगातार हो रहे इजाफा ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी थी।

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अस्पतालों में ऑक्सीजनयुक्त बेड की समस्या उत्पन्न होने लगी थी। कोरोना संक्रमित मरीज न चाहते हुए भी निजी अस्पतालों में जाने के लिए मजबूर होने लगे थे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 560 ऑक्सीजनयुक्त बेड की व्यवस्था करने के निर्देश दिए थे। ईएसआईसी हॉस्पिटल में 60 तथा लालपुर स्थित अस्पताल में 100 ऑक्सीजनयुक्त बेड की व्यवस्था कर गंभीर मरीजों को भर्ती कर इलाज शुरू कर दिया गया। आयुर्वेदिक अस्पताल में तैयार चल रही है। संक्रमित मरीजों की संख्या में कमी आने लगी है फिरभी स्वास्थ्य विभाग ऑक्सीजनयुक्त बेड तैयार कर आरक्षित रखेंगा ताकि संक्रमण दोबारा फैलता है तो गंभीर मरीजों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।

कोविड सेंटर्स खाली, कई हुए बंद
एसिम्टोमैटिक (कम व बिना लक्षणों वाले) मरीजों के लिए बनाए गए कोविड सेंटर्स खाली पड़े हुए हैं, जिसको बंद करने की तैयारी की जा रही है। कुछ कोविड सेंटर्स बंद भी कर दिए गए हैं। सड्डू, आयुष में संचालित दो विंग में से एक और ऊपरवारा में बने कोविड सेंटर को बंद कर दिया गया है। इंडोर स्टेडिएयम में सिर्फ एक मरीज बचा हुआ है, जिसके ठीक होते ही एक-दो दिनों में बंद कर दिया जाएगा।

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23 अक्टूबर को संभवतः फुंडहर कोविड सेंटर भी बंद हो जाएगा। गुढिय़ारी स्थित प्रयास सेंटर संचालित रहेगा। कोरोना संक्रमित मरीजों को यही पर भर्ती किया जाएगा। गंभीर मरीज एम्स, आंबेडकर अस्पताल और माना सिविल अस्पताल में भर्ती होंगे। वर्तमान समय में एम्स और आंबेडकर अस्पताल में पर्याप्त बेड खाली पड़े हुए है। मरीजों के लिए होम आइसोलेशन की सुविधा जारी रहेगी।
रायपुर सीएमएचओ डॉ. मीरा बघेल ने कहा, शासन के निर्देश पर आयुर्वेदिक अस्पताल में ऑक्सीजनयुक्त 400 बेड तैयार किया जा रहा है। होम आइसोलेशन की वजह से कोविड सेंटर्स खाली हो गए हैं, जिनको बंद किया जा रहा है। गंभीर मरीज अस्पतालों में भर्ती होंगे।
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ओपीडी और रिसर्च हो रहा प्रभावित
आयुर्वेदिक को कोविड अस्पताल बनाए जाने से कॉलेज के दो कमरों में ओपीडी संचालित हो रही है। पंचकर्म समेत कई डिपार्टमेंट बंद हो गए हैं। एक्सरे व अन्य कई जांचें भी नही हो रही है। कॉलेज में ओपीडी संचालित होने से छात्रों का रिसर्च भी प्रभावित हो रहा है।

आयुर्वेदिक अस्पताल में पहले जहां 300 से ज्यादा की ओपीडी रहती थी, अब 100 से 150 तक सिमटकर रह गई है। कॉलेज के प्राचार्य डॉ. जीएस बघेल का कहना है कि शासन के आदेश पर कोविड सेंटर बनाया गया है। वर्तमान में एक भी मरीज नही है फिरभी शासन के बिना आदेश के ओपीडी संचालित नही की जा सकती है।
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