प्रदेश प्रभारी रह चुके हैं नड्डा, फिर भी कम महत्व
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा एक समय में प्रदेश प्रभारी की जिम्मेदारी निभा चुके हैं। वे यहां के सभी छोटे-बड़े नेताओं को व्यक्तिगत रूप से जानते हैं। ऐसे में प्रदेश के कई नेताओं को कार्यकारिणी में जगह मिलने की उम्मीद थी, लेकिन देखा जाए तो प्रदेश से सिर्फ रमन को नड्डा की कार्यकारिणी में जगह मिली।
नए प्रदेश प्रभारी की होगी नियुक्ति
नए राष्ट्रीय कार्यकारिणी के गठन के बाद प्रदेश प्रभारियों की भी अलग से नियुक्ति होगी। जानकारों का कहा है कि शीर्ष नेतृत्व महासचिव व महामंत्री को ही प्रभारी बनाकर भेजता है। संगठन की सूची से प्रदेश प्रभारी डॉ. जैन का नाम शामिल नहीं है। उनका प्रमोशन भी तय माना जा रहा है। इस स्थिति में प्रदेश प्रभारी की नई नियुक्ति होने की पूरी संभावना है।
इस वजह से रमन और सौदान बने टीम का हिस्सा
राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा छत्तीसगढ़ के प्रभारी रह चुके हैं। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह उनके करीबी रहे हैं। इससे पहले भी छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई थी। सौदान सिंह को संगठन का अच्छा रणनीतिकार माना जाता है। छत्तीसगढ़ में पहली बार जीत दिलाने में उनकी भूमिका भी अहम थी। शीर्ष नेतृत्व में उनके संबंध सभी से अच्छे हैं।
इस वजह से सरोज व रामविचार बाहर
राष्ट्रीय महामंत्री व राज्यसभा सदस्य सरोज पाण्डेय महाराष्ट्र की प्रभारी रह चुकी है। वहां भाजपा की सरकार बनाने की रणनीति फेल साबित हुई है। हालांकि राष्ट्रीय कार्यकारणी में अभी महिला मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष की घोषणा नहीं हुई है। केंद्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार के संकेत है। वहीं जातिगत समीकरण की वजह से राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम बाहर हो गए हैं। प्रदेश से रेणुका सिंह को केंद्रीय राज्यमंत्री बनाया गया है।