उन्होंने कहा, जो नकारा साबित हो गया उसे क्यों उपयोग किया जाए इस सोच से उनकी पार्टी ने उन्हें चुनाव प्रचार में नहीं बुलाया है। उन्होंने कहा कि यह डॉक्टर रमन सिंह के लिए आत्मचिंतन और आत्म अवलोकन का अवसर आ गया है।
नगरीय निकाय चुनाव अप्रत्यक्ष प्रणाली से कराने को लेकर कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि मंत्रिमंडलीय उप समिति के सदस्यों से चर्चा के बाद मंगलवार को मंत्रिपरिषद की बैठक में रिपोर्ट सौंपेंगे। बड़ी संख्या में दावेदारों को लेकर कृषि मंत्री ने कहा, इससे आने वाली पीढ़ी को राजनीति में पदार्पण के लिए अवसर मिलेगा। साथ ही नए नेतृत्व के रास्ते खोलने की संभावना पर यह चुनाव होने जा रहा है। नए लोगों के राजनीति में आने से बेहतर नेतृत्व उभरेगा।
कृषि मंत्री ने कहा, छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी के लिए डर जैसी कोई बात नहीं है। दंतेवाड़ा की जनता ने पहले ही सरकार की योजनाओं और कार्यों पर मुहर लगाया है। चित्रकोट की जनता भी मुहर लगाने जा रही है। बहुत सकारात्मक माहौल प्रदेश में बना हुआ है। इसलिए डर जैसी कोई बात नहीं है।
मंत्री रविन्द्र चौबे ने पंडरिया में किसानों के आंदोलन को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह के बयान पर पलटवार किया। उन्होंने कहा, डॉ. रमन सिंह को किसानों के बारे में बोलने का नैतिक अधिकार नहीं है। छत्तीसगढ़ के सारे किसान उनको नकार चुके हैं, जहां तक गन्ना किसानों की बात है पहली बार केंद्र सरकार से भी ज्यादा सपोर्ट प्राइस पर खरीदी करने का निर्णय लिया गया है।
कृषि मंत्री ने कहा, भूपेश सरकार 350 रुपए प्रति क्विंटल गन्ना किसानों को प्रति क्विंटल देने की ओर बढ़ रही है। सरकार ने जो निर्णय लिया है, बजट में जो प्रावधान किया गया उसकी पूर्ति की जाएगी। उन्होंने कहा, रमन सिंह को इसकी चिंता करने की आवश्यकता नहीं है।