धान परिवहन का ठेका समय पूर्व फाइनल, खरीदी केंद्रों में जाम से मिलेगी fनजात
रायपुरPublished: Dec 04, 2019 04:26:35 pm
कुछ दिनों में परिवहन शुरू होने की संभावना
धान परिवहन का ठेका समय पूर्व फाइनल, खरीदी केंद्रों में जाम से मिलेगी fनजात
बलौदाबाजार। धान खरीदी प्रारंभ होने के पूर्व ही इस वर्ष धान परिवहन का ठेका पूर्ण हो जाने के बाद अब आगामी दिनों में धान का तेजी से परिवहन तथा जाम लगने की आशंका खत्म हो गई है। बलौदाबाजार जिले में प्रतिवर्ष धान का परिवहन समय से कराना अधिकारियों के लिए बड़ा सिरदर्द होता था जो इस वर्ष कम होने की संभावना है। तीन दिनों में 17 करोड़ रुपयों से अधिक राशि के धान की खरीदी होने के बाद आने वाले दिनों में धान की आवक भी तेज होगी, जिसे देखते हुए अब तेजी से परिवहन कराया जाना बेहद आवश्यक है।
विदित हो कि गत वर्षों तक धान खरीदी प्रारंभ होने तक डीएमओ कार्यालय से परिवहन का ठेका फाइनल नहीं किया जाता था, जिसका खमियाजा समितियों में धान बेचने पहुंचे किसानों को उठाना पड़ता था। धान का समय से परिवहन नहीं होने के चलते कई समितियों में धान को सुरक्षित रखने की भी जगह नहीं बचती थी। परिवहन के अभाव में खरीदी के प्रारंभिक दिनों से ही समितियों में धान का उठाव (परिवहन) नहीं हो पाता था, जिसके चलते समितियों में करोड़ों रुपयों का धान जाम हो जाता था जो बारिश, पानी, ओस आदि में भी खुले आसमान नीचे पड़ा रहता था। परंतु इस वर्ष धान परिवहन का ठेका समय पूर्व ही फाइनल कर लिया गया है। जानकारी के अनुसार इस वर्ष 0.8 किमी के लिए 14.32 रुपए, 8.20 किमी के लिए 9.90 रुपए, 20.40 किमी के लिए 6.94 रुपए तथा 40.80 किमी के लिए 5.48 रुपए में निविदा फाइनल की गई है। धान परिवहन का ठेका फाइनल होने के बाद अब समितियों से जल्द से जल्द धान का परिवहन कराया जाना भी अधिकारियों के लिए बड़ी चुनौती है।
सड़क तक धान रखने की नौबत आ जाती है
जिले की कई समितियों में धान की बंपर आवक होती है। समय से धान का परिवहन नहीं होने से जिले की दर्जनोंं समितियों में धान खरीदी प्रभावित होती है। बलौदा बाजार ब्लाक के डमरू, रिसदा, करमदा, रसेड़ा जैसे खरीदी केन्द्रों में खरीदी केन्द्रों के साथ ही साथ केन्द्र के आसपास की सड़कों तक धान के बोरे जाम हो जाते हैं, जिसके चलते ग्राम के बाकी लोगों को बेवजह परेशान होना पड़ता है। परिवहन में देरी की वजह से समितियों की सूखत, धान की चोरी, धान के खराब होने की शिकायत भी बढ़ जाती है, जिसकी ओर समय से ध्यान नहीं दिया गया तो किसानों तथा समितियों को लंबा नुकसान उठाना पड़ सकता है।
अब तक 17 करोड़ रुपयों से अधिक की धान खरीदी
राज्य शासन के निर्देश पर रविवार 1 दिसंबर से किसानों से समर्थन मूल्य में खरीफ धान की खरीदी प्रारंभ हो गई है। जानकारी के अनुसार प्रथम दो दिनों में जिले में 17 करोड़ 44 लाख रुपयों के 96 हजार 45 क्विंटल धान की खरीदी हो चुकी है। धान की खरीदी जिले की सभी 46 समितियों के 151 उपार्जन केन्द्रो में प्रारंभ हुई है। बावजूद इसके जिले की 16 समितियों में अब तक धान की आवक ही नहीं हुई है। जिन उपार्जन केन्द्रों में धान की आवक नहीं हुई है उसमें डोंगरीडीह, कोरदा, सिरियाडीह, मरदा, कोयदा, सरखोर, अहिल्दा, मुण्डा, बोरसी, सेल, बया, बार, रामपुरए सोनाखान, जारा तथा खैरा है।