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गणतंत्र दिवस पर शौर्य पुरस्कार से नवाजे जाएंगे चौबेबांधा के राहुल पटेल

locationरायपुरPublished: Jan 24, 2020 03:38:22 pm

Submitted by:

Gulal Verma

ताबाल में डूब रहे दो वर्षीय बालक की बचाई थी जान

गणतंत्र दिवस पर शौर्य पुरस्कार से नवाजे जाएंगे चौबेबांधा के राहुल पटेल

गणतंत्र दिवस पर शौर्य पुरस्कार से नवाजे जाएंगे चौबेबांधा के राहुल पटेल

राजिम। चौबेबांधा के राहुल पटेल को उनके अदम्य साहस के लिए गणतंत्र दिवस के अवसर पर राजधानी रायपुर मे राज्यपाल अनसुइया उइके शौर्य पुरस्कार से सम्मानित करेंगी। जैसे ही इस सम्मान के लिए इनके नाम का चयन हुआ है गांव में खुशी की लहर दौड़ गई। इनके साथ ही पूरे गरियाबंद जिला अपने आपको गौरवान्वित महसूस कर रहा है। राहुल पटेल ने विपरीत परिस्थितियों में मौत के मुंह में पहुंच चुके बच्चे को बाहर निकाल कर उनकी जान बचाई है।
राहुल का परिवार खुशी से झूम उठा है। पिता मंतूराम पटेल, मां महेश्वरी पटेल अपने बेटे के इस कारनामे की चर्चा करते थक नहीं रहे हैं। वह कहते हैं कि हमारा परिवार बहुत ही सौभाग्यशाली है जिसमें राहुल पटेल जैसे बच्चे ने जन्म लिया है। उन्होंने अपनी जान की परवाह न करते हुए 2 वर्षीय दानेश्वर यादव को बचाकर वीरता का परिचय दिया है।
इस तरह बचाई थी दो वर्षीय बालक की जान
ज्ञातव्य हो कि गांव के ही पीलू राम यादव के दो वर्षीय पुत्र दानेश्वर यादव 17 अक्टूबर 2019 दिन गुरुवार को खेलते हुए गांव के शीतला तालाब में पहुंच गया। तालाब की गहराई 15 से 20 फीट है। बालक तालाब में करीब 10 फीट दूर पानी में डूबने लगा। दूसरी और रंगमंच बना हुआ है, जिसमें राहुल पटेल खेल रहा था। राहुल का ध्यान अचानक तालाब की ओर गया उसने देखा कि तालाब में कोई छोटा बालक डूब रहा है। स्थिति की गंभीरता को वह तुरंत भाग गया। लगभग डेढ़ सौ मीटर की दूरी से दौड़ते हुए आकर अपनी जान की परवाह किए बगैर तालाब में छलांग लगा दी। राहुल को तैरना आता है और वह डूबते हुए बालक दानेश्वर यादव को खींचकर तत्परता के साथ तालाब के किनारे पहुंचाया। राहुल की सूझबूझ सेे दानेश्वर की जान बचा गई। इस बात की खबर गांव वालों को जैसे ही लगी। उन्हें शाबाशी देने के लिए पूरा गांव इक_ा हो गया और लक्ष्मी गणेश उत्सव के मंच पर उन्हें अनेक लोगों द्वारा सम्मानित भी किया गया।
परिवार में छाई खुशियां
राहुल की दादी गणेशिया बाई पटेल ने बताया कि मेरे नाती ने बहुत बड़ा काम किया है और सरकार ने इस काम के लिए उन्हें सम्मानित कर रही है। प्रतिभा को उसने पहचाना है मैं उन्हें धन्यवाद देती हूं। उनके बड़ी मां लीला बाई पटेल व बड़े पिताजी होरीलाल पटेल ने बताया कि राहुल खोजी प्रवृत्ति का बालक है। उनका ध्यान हमेशा अच्छे काम करने में लगा रहता है और फिर वह जान बचाकर बड़ा काम किया है। सरकार इन्हें सम्मानित कर रही है। हमें इन पर गर्व है। उनसे चाचा भागवत पटेल व चाची सहित पूरा गांव हर्ष में डूब गया है। प्रतिदिन गांव में इनकी ही चर्चा हो रही है। गुरुवार सुबह 11 बजे राजधानी रायपुर के लिए अपने पिता के साथ राहुल पटेल रवाना हुए। इस दरमियान परिवार के लोगों ने भी उन्हें मिठाई खिलाकर मंगल कामना के साथ भेजें। उल्लेखनीय है कि मंगतू राम पटेल के दो बालक व एक बालिका है। परिवार खेती-बाड़ी व रोजी -मजदूरी का काम करता है। बालिका केसर कक्षा दसवीं में अध्ययनरत है। बड़े भाई रोजी मजदूरी करता है।
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