कूरा समिति के आक्रोशित किसानों ने चार घंटे तक किया चक्काजाम
रायपुरPublished: Feb 21, 2020 04:41:53 pm
बारदाना संकट बरकरार, समितियों में धान की रखवाली करने किसान कर
कूरा समिति के आक्रोशित किसानों ने चार घंटे तक किया चक्काजाम
नवागढ़. धान खरीदी में अव्यवस्था व बारदाना संकट को लेकर खरीदी के लिए नियत अंतिम दिन आंदोलन के नाम रहा। गुरुवार को कूरा समिति के सैकड़ों किसानों ने चार घंटे से अधिक समय तक चक्काजाम कर शासन-प्रशासन के खिलाफआक्रोश व्यक्त किया। साथ ही छिरहा सहित कई अन्य समितियों के किसानों ने भी सड़क पर आवागमन बाधित कर अपनी नाराजगी जताई।
गुरुवार को सुबह खबर आई कि नवागढ़ से संबलपुर होते मारो- नारायणपुर मार्ग को मुंगेली जिला के किसानों ने ग्राम खुटेरा में जाम कर दिया है। यहां की खबर के बाद छिरहा के किसान दूसरे दिन सड़क बाधित कर दिए। इसके बाद बेमेतरा मार्ग में ग्राम झाल के किसान सड़क पर आ गए। दोपहर तक हरेक समिति में किसान जुटने लगे और बारह बजे के बाद कूरा के किसान सड़क पर आ गए। मुंगेली नांदघाट मार्ग पर आवागमन बाधित कर दिए। शाम साढ़े चार बजे किसानों ने नायब तहसीलदार को ज्ञापन दिया और हड़ताल खत्म कर दी।
एक लाख से अधिक बोरी धान खुले में
कूरा समिति में तेरह फरवरी से धान खरीदी बन्द है। किसानों को जारी टोकन के अनुसार लगभग एक लाख बोरी धान किसान लाकर समिति के आसपास रख दिए हैं। लगातार रतजगा करने व तौल नहीं होने से परेशान किसानों ने गुरुवार को सड़क पर उतर कर विरोध किया। यहां परिवहन संकट भी है। चार घंटे से अधिक समय तक आंदोलन करने वाले किसान नायब तहसीलदार को ज्ञापन देकर आंदोलन समाप्त किए।
नहीं आए जिम्मेदार
ग्राम छिरहा में आंदोलन के नेतृत्वकर्ता आप नेता अंजोरदास घृतलहरे ने बताया कि बुधवार को किसानों को कहा गया था बारदाना आएगा पर आया नहीं। गुरुवार अंतिम दिन को भरोसा उठ गया। किसान सड़क पर आने मजबूर हुए। किसान छह घंटे से अधिक समय तक सड़क पर रहे। प्रशासन की ओर से कोई किसानों से मिलने तक नहीं आया। अब अगला पड़ाव बोरा धारण करके रायपुर जबलपुर नेशनल हाईवे रहेगा। जहां से चार विधानसभा को सन्देश दिया जाएगा।
फड़ हुए पैक
रंग बिरंगे बोरियों के साथ उसमें जुगाड़ के केपकवर से किसानों ने फड़ में धान रखवा दिया है। किसानों के घरों से दिन-रात कोई एक सदस्य अपनी बोरियों का कुशलक्षेम के लिए समिति पहुंच रहा है।