२० रुपए से सीधे १२ रुपए कर दिया गया था दाम दुकान संचालकों का कहना है कि शासन ने बारदाने का रेट 12 रुपए निर्धारित किया था, जबकि शासन पूर्व में उपयोग किए गए बारदाने 20 रुपए में खरीदा करती थी। इस बार आधे रेट में बारदाना खरीदी होने से घाटा हो रहा था। उसके बाद से दुकान संचालकों ने इसको लेकर विरोध शुरू कर दिया था। दुकान संचालक बारदाना देने के लिए भी तैयार नहीं थे। इसके बाद अब दर में दो से तीन रुपए इजाफा किया गया है।
खुले बाजार में २० रुपए कीमत
जब से शासकीय राशन दुकानों से 1४ रुपए में बारदाना खरीदने का निर्देश शासन ने दिया हैं, तब से संचालकों ने विरोध शुरू कर दिया है। संचालकों का कहना है कि शासन कम रेट पर खरीदी कर मुनाफा कमाना चाहता है। जबकि ओपन मार्केट में यही बारदाना 20 रुपए तक बिकता है।
जब से शासकीय राशन दुकानों से 1४ रुपए में बारदाना खरीदने का निर्देश शासन ने दिया हैं, तब से संचालकों ने विरोध शुरू कर दिया है। संचालकों का कहना है कि शासन कम रेट पर खरीदी कर मुनाफा कमाना चाहता है। जबकि ओपन मार्केट में यही बारदाना 20 रुपए तक बिकता है।
पूर्ववर्ती सरकार ने बारदाने की कीमत २० रुपए से सीधे १२ रुपए कर दी थी। अब वर्तमान सरकार ने तीन रुपए इजाफा किया है। इससे थोड़ी राहत मिलेगी। हालांकि, ओपन मार्केट में पुराने बारदाने का 20 रुपए रेट है। शासन ने जो रेट तय किया है, वह भी कम है।
– नरेश बाफना, अध्यक्ष, पीडीएस संघ, रायपुर