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कोरोना इफैक्ट: १०१ दिन से बैंड, घोडी, लाइटिंग और डीजे का कारोबार बंद, संचालकों को १० करोड़ का नुकसान

locationरायपुरPublished: Jul 03, 2020 06:06:05 pm

Submitted by:

Gulal Verma

कोरोना ने तोड़ी कमर, परिवार चलाना मुश्किल

कोरोना इफैक्ट: १०१ दिन से बैंड, घोडी, लाइटिंग और डीजे का कारोबार बंद, संचालकों को १० करोड़ का नुकसान

कोरोना इफैक्ट: १०१ दिन से बैंड, घोडी, लाइटिंग और डीजे का कारोबार बंद, संचालकों को १० करोड़ का नुकसान

रायपुर। जिले में बैंड, घोड़ी, डीजे लाइटिंग और साउंड सिस्टम की दुकान संचालित करने वाले कारोबारियों को पिछले १०१ दिन में लगभग १० करोड़ का नुकसान उठाना पड़ा है। शादी के पीक सीजन में इनका कारोबार पूरी तरह ठप है। सरकार ने लॉकडाउन की स्थिति में ऐसी गतिविधियों पर रोक लगा रखी है, जिससे भीड़ एकत्रित हो। इनका ही खमियाजा इन दुकानदारों को भुगतना पड़ रहा है।
राजधानी के शारदा चौक में एम. सिद्दिकी बैंड पार्टी सीनियर के नाम से कारोबार का संचालन करने वाले संचालक ने बताया कि उनके और दूसरे व्यापारियों के सामने अब परिवार चलाने का संकट पैदा हो रहा है। बचा पैसा भी धीरे-धीरे खत्म हो रहा है। इसलिए आर्थिक संकट सामने आकर खड़ा हो गया है। छत्तीसगढ़ डीजे यूनियन के पदाधिकारियों का कहना है की उनके सामने भी कई तरह की समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। इन दोनों ही संघों से कई ऐसे कलाकार और दुकानदार जुड़े हुए हैं जो शादियों के सीजन में अपना काम करते हैं और परिवार का गुजर-बसर कर रहे हैं। स्थिति यह है कि वर्तमान में दुकान नहीं खुलने से दूसरे राज्य के आए कलाकारों को पलायन करना पड़ा रहा है। आयोजनों की अनुमति ना मिलने से संघ के व्यापारी नाखुश हैं।
एडवांस पैसा लौटाया

संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि मार्च से शादी का लगन शुरू हो गया था। इसके लिए एडवांस भी लेना शुरू कर दिया था। काम नहीं हो पाने की वजह से कई संचालकों को एडवांस वापस करना पड़ा। पैसा लौटाने और परिवार चलाने के लिए कई कारोबारियों ने अपनी गाड़ी या अन्य सामान तक गिरवी रख दिया है।
सरकार के सामने अपनी बात रखने का बना रहे मन

संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि पिछले दिनों दूसरे जिलों के पदाधिकारियों के साथ बैठक ली थी। रायपुर जिले के पदाधिकारी पूर्व में संस्कृति विभाग और एसडीएम को पत्र सौंप चुके हैं। संघ के पदाधिकारी जल्द मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से गुहार लगाकर अपने लिए कारोबार की मांग करेंगे, ताकि परिवार की आर्थिक तंगी को दूर कर सकें।
एसडीएम को मामले में पूर्व में ज्ञापन सौंप चुके हैं। ५०० रुपए भत्ता हमें दिया जा रहा है। कारोबार ठप है, ५०० रुपए में परिवार कैसे पालेंगे? मुख्यमंत्री से मिलकर जल्द गुहार लगाएंगे। आपके माध्यम से राज्य सरकार से अपील है कि छोटे कार्यक्रमों में डीजे और साउंट सिस्टम लगाने की इजाजत दें, ताकि परिवार पाल सकें।
– आशीष दुबे, अध्यक्ष,
छत्तीसगढ़ डीजे यूनियन

पूर्व में संस्कृति विभाग और कलेक्टर को ज्ञापन दे चुके हैं। सीएम भूपेश बघेल से मिलकर जल्द उन्हें ज्ञापन सौंपेंगे और अपनी समस्या का समाधान उनसे कराएंगे।
– मोहम्मद सलीम सिद्दिकी, संचालक,
एम. सिद्दिकी बैंड पार्टी सीनियर
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