टिड्डियों के भारी संख्या में वृद्धि होने का मुख्य कारण मौसम में आ रहा बदलाव है। जानकारों के अनुसार तीन से पांच माह के अपने जीवनकाल में एक मादा टिड्डी तीन बार तक अंडे दे सकती है। (एक बार में १००-१५० अंडे तक दे सकती हैं।) टिड्डियों के एक वर्ग मीटर में एक हजार अंडे हो सकते हैं। नर टिड्डे का आकार 60-75 एमएम और मादा का 70-90 एमएम तक हो सकता है। सरोना में भी कई नए टिड्डियां हंै, जो अभी अंडे से निकले हैं।
ये टिड्डियां प्रवासी नहीं हैं। ये लोकल हैं। ये बारिश के मौसम में ज्यादातर प्रदेशों में पाए जाते हैं।
– एमएस करेकेटा, संचालक, कृषि विभाग )