पीएस भौमिक ने बताया कि लॉकडाउन के समय बाहरी व्यक्ति और काम करने वाले नौकर-नौकरानियों, दूधवाले, डिलेवरी ब्वॉय, सब्जी बेचने वाले आदि के अंदर आने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। सरकार ने जब कुछ छूट दी तब हैंड सेनिटाइज करने के बाद मॉस्क लगाकर उन्हें अंदर जाने की अनुमति दी गई है। रहवासी मास्क लगाकर ही सुबह-शाम टहलने के लिए निकलते हैं। बच्चों को मास्क लगाने परिजनों को समझाइश दी जाती है। कोरोना से सबसे अधिक बच्चे और बुजुर्गों को ही खतरा है। रहवासियों को रेड जोन या दूसरे राज्यों से आने वाले सदस्यों को होम क्वारंटाइन करने के लिए कहा गया है।