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स्वास्थ्य मंत्री ने रोजाना १०१४० सैंपल टेस्ट का दिया था लक्ष्य, सिर्फ६-७ हजार तक ही पहुंचे

locationरायपुरPublished: Aug 07, 2020 04:44:53 pm

Submitted by:

Gulal Verma

अंबिकापुर, बिलासपुर और राजनांदगांव में जांच शुरू होने से एम्स और मेडिकल कॉलेज से हटा दबाव

स्वास्थ्य मंत्री ने रोजाना १०१४० सैंपल टेस्ट का दिया था लक्ष्य, सिर्फ६-७ हजार तक ही पहुंचे

स्वास्थ्य मंत्री ने रोजाना १०१४० सैंपल टेस्ट का दिया था लक्ष्य, सिर्फ६-७ हजार तक ही पहुंचे

रायपुर। प्रदेश में कोरोना को लेकर हालात गुजरते वक्त के साथ सुधरने की बजाय बिगड़ते जा रहे हैं। विगत एक माह से कोरोना संक्रमितों का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। स्वास्थ्य विभाग और प्रशासनिक अमला संक्रमण को रोकने में पूरी मुस्तैदी के साथ जुटा हुआ है, लेकिन हालात नहीं सुधर रहा है। प्रदेश में कोरोना संक्रमितों का आंकडा १०५०० केपार पहुंच गया है। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने अगस्त में रोजाना १०१४० सैंपल टेस्ट करने का लक्ष्य निर्धारित किया था, लेकिन स्वास्थ्य विभाग अब तक इसके करीब भी नही पहुंच पाया है। वर्तमान में ६ से ७ हजार के बीच रोजाना जांच की जा रही है।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का दावा है कि अंबिकापुर, बिलासपुर और राजनांदगांव में आरटी-पीसीआर से जांच शुरू हो गई है। एक सप्ताह के भीतर स्वास्थ्य मंत्री के दिए गए लक्ष्य तक जांच होने लगेगी। स्वास्थ्य मंत्री ने गत दिनों ‘पत्रिकाÓ के साथ बातचीत में कहा था कि अगस्त में रोजाना आरटी-पीसीआर से 5030, ट्रू-नॉट से 2040 और एंटीजन से 3070 टेस्ट किए जाएंगे। स्वास्थ्य विभाग के एक आला अधिकारी ने बताया कि कुछ दिनों पहले जगदलपुर के लैब में एक टेक्नीनिशन कोरोना संक्रमित हो गया था। उसके संपर्क में आकर डॉक्टर व कुछ स्टॉफ क्वारंटाइन हो गए थे। इसकी वजह से लैब को कुछ दिनों के लिए बंद करना पड़ गया था। ऐसे ही रायगढ़ लैब में कुछ तकनीकी दिक्कत हो गई थी, जिससे दो दिनों के लिए बंद करना पड़ गया था। फिलहाल दोनों लैबों में सैंपल जांच हो रही है। अंबिकापुर और बिलासपुर में विगत २-३ दिनों से जांच हो रही है। राजनांदगांव में गुरुवार को स्वास्थ्य मंत्री ने लैब का शुभारंभ किया है। तीनों लैब के सुचारू रूप से संचालित होने के बाद जांच की क्षमता १० से ११ हजार तक पहुंच जाएगी। कई जिलों में ट्रू-नॉट मशीनें भी लगाई जा रही हैं। गर्भवती महिलाएं, बुजुर्ग, छोटे बच्चे और भीड़भाड़ वाले जगहों पर एंटीजन किट से जांच की जा रही है।
प्रदेश में ३४५२५० सैंपल की जांच

प्रदेश में बुधवार तक कोरोना वायस के परीक्षण के लिए ३४५२५० सैंपल के जांच हो चुके हैं। इसमें आरटी-पीसीआर से २७८८८८, ट्रू-नॉट से २७२६७ तथा रैपिड एंटीजन किट से ३९०९५ जांच हुई है। आरटी-पीसीआर से सबसे ज्यादा सैंपल जांच अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में हुई है। यहां ८९३९६ सैंपल जांच हुई हैं, जिसमें २५०४ पॉजिटिव मिले हैं। एम्स में ४ मार्च से सैंपल जांच की जा रही है। वहीं, रायपुर मेडिकल कॉलेज में ७८३९० सैंपल जांच हुई है, जिसमें ३५९३ पॉजिटिव मिल चुके हैं। मेडिकल कॉलेज में १४ अप्रैल से सैंपल जांच हो रही है। मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी के एचओडी डॉ. अरविंद नेरल ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में २४ घंटे सैंपल जांच का काम किया जा रहा है। इसी का नतीजा है कि एक भी सैंपल पेंडिंग नहीं है और इतने कम समय में ७८३९० सैंपल की जांच कर ली गई है।
यहां आरटी-पीसीआर लैब
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), मेडिकल कॉलेज रायपुर, जगदलपुर, रायगढ़, अंबिकापुर, बिलासपुर और राजनांदगांव और तीन निजी लैब।

यहां ट्रू-नॉट लैब

रायपुर में आईआरएल लैब लालपुर, कालीबाड़ी टीबी अस्पताल, बालको व एनएचएमएमआई, सिम्स बिलासपुर, भिलाई, जीएमसी अंबिकापुर, दुर्ग, महासमुंद, कोरिया, धमतरी, राजनांदगांव, जांजगीर-चांपा, कोरबा और बलौदाबाजार जिला अस्पताल में उपलब्ध। १५ दिनों के भीतर १९ चयनित स्थान पर लगेगी ४४ ट्रू-नॉट मशीन।
रैपिड एंटीजन किट
प्रदेश के सभी जिलों में रैपिड एंटीजन किट से की जा रही है जांच।

एक सप्ताह के भीतर रोजाना १० हजार से ज्यादा सैंपल जांच होने लगेगी। बिलासपुर, अंबिकापुर और राजनांदगांव में फिलहाल एक शिफ्ट में जांच हो रही है। तीनों शिफ्ट में शुरू होते ही ज्यादा सैंपल की जांच होने लगेगी। प्रदेश में ट्रू-नॉट और एंटीजन से भी जांच हो रही है। सैंपल कलेक्शन सेंटर भी बढ़ाए गए हैं।
– डॉ. निर्मल वर्मा, प्रवक्ता, चिकित्सा शिक्षा संचालनालय

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