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तत्काल सहायता राशि के रूप में मृतक के परिजनों को 25000 की राशि दी गई है। हाथी की मोमेंट की हमें खबर थी। हमने सभी चौकीदारों को आगाह कर संग्रहण केंद्र से बाहर निकाल लिए थे। लेकिन जिस चौकीदार की हाथियों के कुचलने से मौत हुई है वह जमीन पर सोया हुआ था। उनके पास मोबाइल भी नहीं था। जिससे हम उन्हें सूचित नहीं कर पाए। अगर वह मचान पर सोया रहता तो शायद उसकी जान बच जाती। साथ ही बिजली गुल थी। उक्त चौकीदार के टॉर्च जलाने से हाथी का ध्यानाकर्षण हो गया और उसने हमला कर दिया।
-एस.एस.तिवारी,
रेंजर, वन परिक्षेत्र कार्यालय फिंगेश्वर
तत्काल सहायता राशि के रूप में मृतक के परिजनों को 25000 की राशि दी गई है। हाथी की मोमेंट की हमें खबर थी। हमने सभी चौकीदारों को आगाह कर संग्रहण केंद्र से बाहर निकाल लिए थे। लेकिन जिस चौकीदार की हाथियों के कुचलने से मौत हुई है वह जमीन पर सोया हुआ था। उनके पास मोबाइल भी नहीं था। जिससे हम उन्हें सूचित नहीं कर पाए। अगर वह मचान पर सोया रहता तो शायद उसकी जान बच जाती। साथ ही बिजली गुल थी। उक्त चौकीदार के टॉर्च जलाने से हाथी का ध्यानाकर्षण हो गया और उसने हमला कर दिया।
-एस.एस.तिवारी,
रेंजर, वन परिक्षेत्र कार्यालय फिंगेश्वर