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रायपुर

कुंडल संग्रहण केंद्र में सो रहे चौकीदार को हाथी ने कुचलकर मार डाला

बिजली थी गुल, टार्च जलाने से भडक़ गए हाथी

रायपुरMar 04, 2021 / 04:41 pm

Gulal Verma

कुंडल संग्रहण केंद्र में सो रहे चौकीदार को हाथी ने कुचलकर मार डाला

कुंडल संग्रहण केंद्र में सो रहे चौकीदार को हाथी ने कुचलकर मार डाला

गरियाबंद। गरियाबंद जिले के कुंडलभाटा धान संग्रहण में सो रहे चौकीदार को मंगलवार-बुधवार की दरमियान रात लगभग 2.30 बजे एक दंतैल हाथी ने कुचलकर मार डाला। इससे क्षेत्र में भारी दहशत का माहौल है। घटना के समय बिजली गुल थी। जिले में हाथियों के हमले से मौत के मामले में यह 5वींं घटना है। वहीं, वन विभाग की ओर से मृतक के परिजनों को 25 हजार रुपए की तत्काल सहायता राशि दी गई है।
मिली जानकारी के अनुसार घटना बीती रात लगभग 2.30 बजे की है। ज्ञानचंद सतनामी पिता लक्ष्मी दास सतनामी धान संग्रहण केंद्र कुंडेलभाटा में चौकीदारी कर रहा था। वहीं कुछ दिनों से क्षेत्र में हाथियों का दल विचरण कर रहा है। जिसमें दो दतैल हाथी भी शामिल हंै। दोनों दंतैल हाथी रविवार को बेलर धान खरीदी केंद्र में धान की बोरियों को फाड़ कर धान खाए थे। उसी की लालच में दोनों हाथी 3 मार्च को अर्ध रात्रि लगभग 2.30 बजे गरियाबंद जिले के धान संग्रहण केंद्र कुंडलभाटा पहुंचे और धान की बोरियों को खा रहे थे। इसी बीच चौकीदार ज्ञानचंद ने टॉर्च हाथियों की तरफ जलाई। इससे गुस्से में आकर एक हाथी ने चौकीदार को कुचल दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। प्रत्यक्षदर्शी कुछ चौकीदारों ने बताया कि संग्रहण केंद्र में हमेशा की तरह बिजली गुल थी। जिस वजह से हाथी कब आए संग्रहण केंद्र में देख नहीं पाए और जब आवाज आने से टोर्च जलाई गई तो हाथी ने चौकीदार पर हमला कर दिया।
घटना के बाद दोनों दंतैल हाथी फुलझर मुरमुरा के बड़े नहर को पार कर वन परिक्षेत्र पांडुका ग्राम साकरा वा मुरमुरा के जंगल में विचरण करते हुए तौरंगा जलाशय के ऊपर दिन भर रहा। हालांकि पूरे आसपास के गांवों में मुनादी करा दी गई है। वहीं, फुलझर बीट गार्ड द्वारा सायरन नहीं बजाने की बात कही जा रही है। उल्लेखनीय है कि हाथियों के कुचलने से किसी व्यक्ति की मौत होने की यह जिले में पांचवी घटना है।

तत्काल सहायता राशि के रूप में मृतक के परिजनों को 25000 की राशि दी गई है। हाथी की मोमेंट की हमें खबर थी। हमने सभी चौकीदारों को आगाह कर संग्रहण केंद्र से बाहर निकाल लिए थे। लेकिन जिस चौकीदार की हाथियों के कुचलने से मौत हुई है वह जमीन पर सोया हुआ था। उनके पास मोबाइल भी नहीं था। जिससे हम उन्हें सूचित नहीं कर पाए। अगर वह मचान पर सोया रहता तो शायद उसकी जान बच जाती। साथ ही बिजली गुल थी। उक्त चौकीदार के टॉर्च जलाने से हाथी का ध्यानाकर्षण हो गया और उसने हमला कर दिया।
-एस.एस.तिवारी,
रेंजर, वन परिक्षेत्र कार्यालय फिंगेश्वर
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