कोरोना संक्रमित की होम आइसोलेशन में मौत, ग्रामीणों ने नहीं उठाया शव
रायपुरPublished: Apr 17, 2021 04:22:26 pm
एसडीएम व पुलिस के हस्तक्षेप से पंचायत पदाधिकारियों ने कराया अंतिम संस्कार
कोरोना संक्रमित की होम आइसोलेशन में मौत, ग्रामीणों ने नहीं उठाया शव
कसडोल। कसडोल विकास खण्ड के ग्राम खपरीडीह के एक ही परिवार के दो सदस्यों की कोरोना संक्रमण से मौत हो गई। एक व्यक्ति की बिलासपुर के अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई तो दूसरे का शुक्रवार को होम आइसोलेशन में मौत हो गई। जिसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को दिए जाने के बाद भी कोरोना गाइडलाइन के अनुसार अंतिम संस्कार करने कोई जिम्मेदार नहीं पहुंचे। बल्कि, स्वास्थ्य विभाग के एक कर्मचारी घर वालों को पीपीई कीट देकर अपनी औपचारिकता पूरी कर वापस लौट आए। चूंकि, कोरोना संक्रमण से मौत हुई थी, इसलिए कोई भी शव को उठाने को तैयार नहीं था। पत्रकारों द्वारा एसडीएम के संज्ञान में बात लाए जाने के बाद सरपंच व पंचगण आए और अंतिम संस्कार की रस्म पूरी की गई। अभी भी इस परिवार के 4 सदस्य कोरोना संक्रमित हैं और होम आइसोलेशन में हैं।
कोरोना के दूसरी लहर अब गांवों तक पैर पसारने लगी है और उसके चपेट में आए ग्राम खपरीडीह के मां, बेटे की मौत हो गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम खपरीडीह निवासी नीकदास का पुत्र नागेशदास (35) राजधानी रायपुर के किसी कंपनी में इलेक्ट्रॉनिक्स व इलेक्ट्रिकल का काम करता था और वह होली त्योहार के अवसर पर अपना घर आया हुआ था। इसी बीच उसके स्वास्थ्य बिगडऩे पर उसे बिलासपुर के स्काई हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया जहां पर जांच में उसके कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई और इलाज के दौरान 7 अप्रैल को अस्पताल में ही उसकी मौत हो गई। कोरोना संक्रमण से मौत होने से कोरोना गाइडलाइन के अनुसार प्रशासन द्वारा उसकी अंतिम संस्कार कराया गया।
नागेश के संक्रमण होने की खबर लगते ही उसके संपर्क में आए परिजनों व आसपड़ोस के लोगों की जांच की गई। जिसमें उसके पिता नीक दास (68), माता अगहन बाई (65), भाभी शान्ति बाई (38) व दो भतीजी क्रमश: हिमांशी व देवांशी को संक्रमित पाए जाने से उन्हें स्वास्थ्य विभाग द्वारा दवाई देकर होम क्वारंटाइन पर रखा गया था। होम क्वारंटाइन में रहते हुए 15 अप्रैल को सुबह उनकी मौत हो गई, जिसकी सूचना परिजनों द्वारा पुलिस व स्वास्थ्य विभाग को दी गई, लेकिन कोई भी जिम्मेदार अधिकारी कोरोना गाइडलाइन के अनुसार शव का अंतिम संस्कार कराने घंटों तक नहीं पहुंचे। इस बात की जानकारी होने पर पत्रकारों द्वारा एसडीएम मिथलेश डोण्डे के संज्ञान में लाई गई और उन्होंने गिधौरी थाना प्रभारी व बीएमओ को निर्देश दिए। एसडीएम के निर्देश के बाद भी केवल स्वास्थ्य विभाग का एक कर्मचारी प्रेम अहिरवार पहुंचे और परिजनों को 4 पीपीई कीट देकर चलते बने। थाना प्रभारी आशीष राजपूत के पहल पर ग्राम पंचायत के सरपंच प्रतिनिधि दूधनाथ चौहान, उप सरपंच करुणा शंकर, पंचगण कीर्तन कैवत्र्य, गोरेलाल विश्वकर्मा, लक्ष्मी नारायण आदि के सहयोग से घर वालों ने अंतिम संस्कार कराया।