scriptपिता व बड़े भाई ने युवक की हत्या फेंक दी थी लाश | cg news | Patrika News

पिता व बड़े भाई ने युवक की हत्या फेंक दी थी लाश

locationरायपुरPublished: May 14, 2021 04:25:39 pm

Submitted by:

Gulal Verma

अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझी, दो आरोपी गिरफ्तार, सिर कटी लाश मिलने का मामला

पिता व बड़े भाई ने युवक की हत्या फेंक दी थी लाश

पिता व बड़े भाई ने युवक की हत्या फेंक दी थी लाश

पलारी। 6 मई की सुबह ग्राम पहंदा के नहर किनारे युवक की सिर कटी लाश मिलने की गुत्थी को पुलिस ने एक हफ्ते में सुलझा ली है। युवक की हत्या उसके पिता और बड़े भाई ने की थी। गिरफ्तार आरोपियों को पुलिस ने न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार युवक की हत्या के मामले में धारा 174, 302, 201 भादवि दर्ज कर पुलिस जांच कर रही थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक कल्याण ऐलेसेला, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक निवेदिता पाल के मार्गदर्शन में उप पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बघेल व थाना प्रभारी पलारी सी. आर. चन्द्रा व स्टाफ द्वारा मामले में हर पहलुओं को बारीकी से जांच करते हुए विवेचना शुरू किया गया। रायपुर से फोरेसिंक वैज्ञानिक डॉ. समीर कुर्रे व जिला बलौदाबाजार डॉग स्क्वाड टीम की मदद भी ली गई थी। संदेह के दायरे में मृतक के पिता अमरसिंग मनहरे और बड़े भाई जितेन्द्र मनहरे को थाना लाकर लगातार पूछताछ की गई। पिता-पुत्र हर बार गोल-गोल जवाब दे रहे थे। इसके बाद मृतक की पत्नी ननकी मनहरे से पूछताछ की गई।
उन्होने पुलिस को बताया कि वर्ष 2013 से कमलेश मनहरे को पागलपन का दौरा आता था तथा इस दौरान घर वालों को मां-बहन की गंदी-गंदी गाली देकर परेशान करता था। 5 मई की रात अपने पति कमलेश और ससुर अमरसिंग के साथ घर कुसमी में थे तथा जेठ जितेन्द्र मनहरे, सास रजवन्तीन व ननद रानी परसाभदेर में थे। तभी कमलेश मनहरे को फिर से पागलपन का दौरा आया। उसी समय जितेन्द्र मनहरे फोन लगाकर पूछा कि उसका पागलपन का दौरा ठीक हुआ की नहीं। ऐसा वे दो-तीन बार पूछा ठीक नहीं होने पर उसी रात करीब 11 बजे फिर फोन आया तब अमरसिंग ने कमलेश की हत्या करने के लिए अपने बेटा जितेन्द्र मनहरे को बुलाया जो मोबाइल को परसाभदेर में छोडकर मोटर साइकिल से घर आया। कमलेश मनहरे का गला दबाकर उसके पिता अमरसिंग और बडा भाई जितेन्द्र ने हत्या कर दी और धारदार हसिया से गला काट दिया। आग जला कर खून को बहने से रोकने के लिए हल्का जला दिया। उसके बाद लाश को साइकिल से ले जाकर पहंदा पुल के पास खेत में रख दिए। खून सने बोरी, शाल और आरोपियों द्वारा पहने खून सने कपड़े को शमशान घाट कुसमी में जला दिए और राख को तालाब में फेंक दिए। खून सने धमेला को धोकर घर में छिपाकर रख दिए। वही उपयोग में लाई गई सायकल को पुराने घर में छिपा दिए। हसिया को कुसमी चौखडिया तालाब फेंक दिए। पुलिस ने सारे सबूतों को आरोपियों की निशानदेही पर जब्त कर लिया है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो