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कोरोना महामारी से लडऩे में सही जानकारी और सावधानी ही है कारगर

locationरायपुरPublished: May 14, 2021 04:32:53 pm

Submitted by:

Gulal Verma

कोविडकाल में मानसिक स्वास्थ्य देखभाल पर जोर

कोरोना महामारी से लडऩे में सही जानकारी और सावधानी ही है कारगर

कोरोना महामारी से लडऩे में सही जानकारी और सावधानी ही है कारगर

बलौदाबाजार। कोरोना महामारी से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग जुटा हुआ है। महामारी को लेकर हर व्यक्ति कई तरह के मानसिक अवसादों से जूझ रहा है। इसे देखते हुए राज्य के विभिन्न जिलों में मानसिक स्वास्थ्य देखभाल पर विशेष जोर दिया जा रहा है। इसके तहत जहां मरीजों की काउंसिलिंग हो रही है तो दूसरी ओर सामान्य लोगों को भी मानसिक अवसाद, तनाव से निपटने व कोविड महामारी से बचने के जरूरी उपायों की जानकारी दी जा रही है।
कोविड पॉजिटिव मरीजों के साथ-साथ पोस्ट कोविड मरीजों को भी विभिन्न माध्यमों से मानसिक स्वास्थ्य और बीमारी के प्रति जागरूक किया जा रहा है। इसी क्रम में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉण् खेमराज सोनवानी के नेतृत्व में जिला मानिसक स्वास्थ्य कार्यक्रम बलौदा बाजार की ओर से नवजागरण टार्गेट इंटरवेंशन ऑनलाइन जागरुकता कार्यक्रम आयोजित हुआ। कोरोना महामारी से लडऩे में सही जानकारी और सावधानी ही कारगर है।
नवजागरण की इस पहल में जिला कोविड अधिकारी डॉ. राकेश कुमार प्रेमी और जिला कार्यक्रम सलाहकार राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम डॉ. सुजाता पांडेय ने मुख्य रूप से लोगों की शंकाओं और जिज्ञासा रूपी प्रश्नों का उत्तर देकर मानसिक स्वास्थ्य जागरुकता का प्रयास किया। डॉ. राकेश कुमार प्रेमी का कहना है कि डर और इधर -उधर की आधी-अधूरी जानकारी की वजह से लोग कोरोना को लेकर ज्यादा डरे हुए हैं। ऐसे समय में उनके मन से डर को हटाना बेहद जरूरी है। वहीं, डॉ. सुजाता का कहना है ऐसे वक्त सकारात्मक और पॉजिटिव विचार रखना जरूरी है। इससे कोरोना बीमारी पर विजय के साथ-साथ खुद के मानसिक स्वास्थ्य पर भी जीत हासिल की जा सकती है। उक्त कार्यक्रम में मानसिक स्वास्थ्य और कोविड से संबंधित एक महत्वपूर्ण चर्चा हुई, जिसमें कोविड के दौरान और पोस्ट कोविड मानसिक स्वास्थ्य संबंधी चेतना जगाई गई। उक्त कार्यक्रम को फेसबुक पेज पर भी अपलोड कर लोगों को जानकारी देने का प्रयास किया गया।
ऑनलाइन एवं ऑफलाइन काउंसिलिंग बना सहारा
जिला मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत कोविड पॉजिटिव मरीजों व पोस्ट कोविड मरीजों की विभिन्न मानसिक समस्याओं का समाधान विशेषज्ञों द्वारा काउंसिलिंग के माध्यम से किया जा रहा है। जिला अस्पतालों में मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम से संबद्ध विशेषज्ञ मरीजों को ऑनलाइन ही उनकी समस्याओं और उनके मन के डर, कोविड के संबंध में सही जानकारी सुरक्षात्मक उपायों की जानकारी के साथ ही अवसाद तनाव को दूर करने के उपाय सुझा रहे हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक रोजाना अमूमन 20-30 मरीजों की ऑनलाइन काउंसिलिंग भी की जा रही है। वहीं कोविड सेंटरों में क्लीनिकल साइकोलॉजिस्टों के माध्यम से मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं और बीमारी की वजह से मन के डर को दूर करने के उपाय सुझा रहे हैं।

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