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गाजे-बाजे के साथ भक्ति-भाव से हुआ ज्वारा विसर्जन
दर्शन करने श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़
छुईहा बेलर। शारदीय नवरात्रि में नौ दिनों तक साघक देवी आराधना में लीन रहे। बुधवार अष्टमी को हवन के बाद गुरुवार को ज्वारा विसर्जन शुरू हुआ। ग्राम चरौदा, कुण्डेल, सेंदर में ग्राम देवालय सहित निज घरों में भी मनोकामना जोत ज्वारा का आयोजन किया गया था। पूजा-पाठ के बाद भक्तिभाव से गाजे-बाजे के साथ ज्वारा विसर्जन किया गया।
सेंदर तथा चरौदा में ज्वारा शोभायात्रा देखने श्रद्धालु घंटों खड़े रहे। आसपास गांव के लोग विसर्जन शोभायात्रा कार्यक्रम में शामिल हए। कार्यक्रम में पंडा मोहनलाल, पुरान साहू, रामाधार, अनुसुईया साहू, रामधीन, पूर्णिमा, तुलसी, रंगीता टिकेश्वरी, कुसुमलता, दुर्गा, मनीषा ,नोष, हेमन्त, नीरज, माही, पीहू, इन्द्रभान, शुभम, जयंत आदि उपस्थित थे।
गाजे-बाजे के साथ भक्ति-भाव से हुआ ज्वारा विसर्जन
दर्शन करने श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़
छुईहा बेलर। शारदीय नवरात्रि में नौ दिनों तक साघक देवी आराधना में लीन रहे। बुधवार अष्टमी को हवन के बाद गुरुवार को ज्वारा विसर्जन शुरू हुआ। ग्राम चरौदा, कुण्डेल, सेंदर में ग्राम देवालय सहित निज घरों में भी मनोकामना जोत ज्वारा का आयोजन किया गया था। पूजा-पाठ के बाद भक्तिभाव से गाजे-बाजे के साथ ज्वारा विसर्जन किया गया।
सेंदर तथा चरौदा में ज्वारा शोभायात्रा देखने श्रद्धालु घंटों खड़े रहे। आसपास गांव के लोग विसर्जन शोभायात्रा कार्यक्रम में शामिल हए। कार्यक्रम में पंडा मोहनलाल, पुरान साहू, रामाधार, अनुसुईया साहू, रामधीन, पूर्णिमा, तुलसी, रंगीता टिकेश्वरी, कुसुमलता, दुर्गा, मनीषा ,नोष, हेमन्त, नीरज, माही, पीहू, इन्द्रभान, शुभम, जयंत आदि उपस्थित थे।