हिमांशी सुराना 10 फरवरी को जैन दीक्षा अंगीकार करेंगी
रायपुरPublished: Oct 21, 2021 04:32:31 pm
राग से वैराग्य की ओर बढ़ते कदम
हिमांशी सुराना 10 फरवरी को जैन दीक्षा अंगीकार करेंगी
नयापा राजिम। उत्कृष्ट पुण्य का उदय होने पर ही यह मन वैराग्य भावों से सुवासित होता है। संसार के प्रति तो सबका आकर्षण होता है, किन्तु संयम के प्रति अनुराग रखने वाले विरले ही होते है। संयम पथ वीरों का पथ है। तलवार की धार पर चलना सरल है, किन्तु संयम मार्ग अपनाना अत्यंत दुष्कर है, कहावत को झुठलाते हुए आध्यात्मिक शौर्य का प्रदर्शन करते हुए वीर बाला हिमांशी सुराना (सुपौत्री पारसमल कौशल्या देवी सुराणा, ऋषभचंद निर्मलादेवी बोथरा व सुपुत्री तरूण कल्पना सुराणा, वारासिवनी) ने प्रभु महावीर के संयम मार्ग पर चलने का निर्णय लिया है।
महाकोशल क्षेत्र में उदीयमान नमिउण तीर्थ पर चातुमीसार्थ विराजित जिनपीयूष सागर सुरिजी म.सा. ने भव्य समारोह में सुराणा बोधरा परिवार की विनती को देखते हुए हिमांशी सुराना की दीक्षा के लिए 10 फरवरी 2022 का (वारासिवनी म.प्र.) मुहूर्त प्रदान किया है। हिमांशी सुराणा महतरा पद विभूषिता श्रध्देय मनोहर श्रीजी म.सा. की सुशिष्या प्रज्ञानिधी प्रशांत मना प्रियंकराश्रीजी म. सा. का शिष्यत्व स्वीकार करेंगी। जैसे ही आचार्य श्री ने दीक्षा मुहूर्त की उद्घोषणा की वैसे ही हिमांशी सुराणा सहित उपस्थित जन समुदाय हर्ष से झूम उठे। इस प्रसंग पर सुराणा धरा परिवार के साथ-साथ अंचल के काफी लोग उपस्थित थे। नवापारा जैन श्रीसंघ प्रमुख व उदीयमान नमिउण तीर्थ के अध्यक्ष ऋषभचन्द्र बोधरा व संघ के कई सदस्यों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई।