राहुल जैन@रायपुर. भाजपा अब कार्यकर्ताओं को ए-बी-सी-डी पढ़ाकर डी श्रेणी को बी और ए श्रेणी में लाने की सीख दे रही है। चुनाव से पहले इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए पार्टी ने अपने मोर्चा-प्रकोष्ठों की सारी ताकत लगा दी है। उन्हें अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी गई है। जिन विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी की स्थिति ज्यादा मजबूत नहीं है, ऐसी सीटों पर नए तरीके से काम हो रहा है। खास बात यह है कि इसके पार्टी ने कुछ मोर्चा-प्रकोष्ठों का दायरा भी बढ़ा दिया है। यानी मोर्चा के अंदर कई अन्य संगठनों का गठन किया जा रहा है, ताकि चुनाव के समय पार्टी के पास कार्यकर्ताओं की कमी नहीं रहे।