जवाब : जहां भी जा रही हूं, सड़क, पानी, बिजली, स्वास्थ्य, शिक्षा जैसी मूलभूत सुविधाएं है ही नहीं। इन सब समस्याओं को दूर करने के लिए एक बार फिर चुनाव लडऩा चाहती हूं। ताकि महेंद्र कर्मा जी के सपने को पूरा कर सकूं।
जवाब : मैंने अपने कार्यकाल में जितना अधिक से अधिक हो सका विकास कार्य किए हैं। आने वाले समय में और ताउम्र आदिवासियों की सेवा करती रहूंगी।
जवाब : ये हमारे परिवार का अंदरूनी मामला है। और रही बात दंतेवाड़ा विधानसभा सीट से चुनाव लडऩे की, तो इसका फैसला हाईकमान करेगा। जैसा आदेश होगा, हम वैसा ही करेंगे।
जवाब : सरकार टिफिन बांट रही, मोबाइल बांट रही, लेकिन न आदिवासियों को इसका लाभ मिला न मूलभूत सुविधाएं, जिसकी दरकार है। किस विकास की बात करती है सरकार।
जवाब : देखिये सरकार नक्सल मुक्त छत्तीसगढ़ की बात करती है। अगर नक्सल मुक्त हो गया तो इतने फोर्स की जरूरत क्यों पड़ रही। क्यों रमन, मोदी आते हैं तो और जगह की अपेक्षा यहां कई गुना अधिक फोर्स लगाये जाते हैं। सहीं मायने में सरकार चाहती ही नहीं इसे खत्म करना।
जवाब : सलवा जुडूम अभियान के तहत महेंद्र कर्मा जी ने उन्हें यहां लाकर बसाया था। उनके लिए सभी मूलभूत सुविधाओं की व्यवस्था की। लेकिन अब सरकार इन पीडि़त आदिवासियों के लिए कुछ भी नहीं कर रही।
जवाब : आज सरकार की उपेक्षा की वजह से इनकी हालात दयनीय है। आगामी विधानसभा चुनाव में हम बहुमत में साथ सरकार बनाएंगे। और इनको इनके मूल ग्राम में विस्थापित किया जाएगा।