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पहले चरण के मतदान पर भड़की कांग्रेस, भूपेश बोले- रमन सिंह का विधानसभा सीट कब से माओवाद क्षेत्र हो गया

locationरायपुरPublished: Oct 09, 2018 06:17:48 pm

पहले चरण के मतदान पर भड़की कांग्रेस, भूपेश बोले- रमन सिंह का विधानसभा सीट कब से माओवाद क्षेत्र हो गया

Chhattisgarh political news

पहले चरण के मतदान पर भड़की कांग्रेस, भूपेश बोले- रमन सिंह का विधानसभा सीट कब से माओवाद क्षेत्र हो गया

रायपुर. विधानसभा चुनाव के घोषित कार्यक्रमों को लेकर कांग्रेस ने सोमवार को निर्वाचन आयोग के सामने अपनी आपत्ति दर्ज कराई। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल, विधायक धनेंद्र साहू, सत्यनारायण शर्मा आदि ने शाम को मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुब्रत साहू से मुलाकात कर उन्हें अपनी आपत्ति सौंपी।
कांग्रेस नेताओं का कहना था, प्रथम चरण में कथित तौर पर माओवाद प्रभावित सीटों पर चुनाव होना है। उनका आरोप था, यह चयन माओवाद प्रभाव की बजाय मुख्यमंत्री की सुविधा को ध्यान में रख कर अधिक किया गया है। कांग्रेस नेताओं का कहना था, राजनांदगांव जिला अब महज आंशिक रूप से ही माओवाद से प्रभावित है। राजनांदगांव विधानसभा क्षेत्र तो पूर्णत: माओवाद से मुक्त है। इसके विपरीत बालोद जिले का डौण्डीलोहारा, धमतरी जिले का नगरी-सिहावा, गरियाबंद जिले की बिन्द्रानवागढ़ सीटें माओवाद से अधिक प्रभावित है।
इसी तरह बलरामपुर एवं जशपुर भी माओवाद प्रभावित क्षेत्र हैं। लेकिन इन्हें पहले चरण में शामिल नहीं किया गया है। कांग्रेस नेताओं का कहना है, 12 नवम्बर को राजनांदगांव का मतदान हो जाने के बाद मुख्यमंत्री पूरे राज्य में अपने प्रभाव का उपयोग करने के लिए स्वतंत्र हो जायेंगे।
तेलंगाना में नहीं तो यहां दो चरण में क्यों?
कांग्रेस नेताओं से सवाल उठाया कि तेलंगाना के कुछ जिले भी माओवाद प्रभावित हैं। वहां चुनाव भी 117 सीटों पर होना है। इसके बाद भी वहां एक ही चरण में चुनाव हो रहा है तो छत्तीसगढ़ में दो चरण में क्यों। कांग्रेस ने एक ही चरण में 20 नवम्बर को मतदान कराने की मांग की है।
कांग्रेस ने सौंपी 146 अधिकारियों की सूची
कांग्रेस ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को प्रथम, द्वितीय और तृतीय श्रेणी के 146 अधिकारियों की सूची सौंपी है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि इनमें से 33 अधिकारी अपने गृह जिलों में ही तैनात हैं। शेष अधिकारी 3 से 25 वर्षों से एक ही जिले में हैं, इनको हटाए बिना निष्पक्षता प्रभावित होगी।
जकांछ को 20 नवम्बर को चुनाव पर आपत्ति
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ ने दूसरे चरण के लिए 20 नवम्बर को होने वाले मतदान की तिथि पर आपत्ति की है। सोमवार को हुई बैठक में पार्टी प्रतिनिधियों ने ज्ञापन सौंपकर कहा, 20 नवम्बर को ईद-मिलादुन्नबी है। ऐसे में उस दिन मतदान न कराकर 21 या 22 तारीख को कराया जाए। जकांछ ने सुदूर जिलों के कलक्टरों का तबादला करने और मोबाइल एप के जरिए सरकारी योजनाओं के प्रचार-प्रसार पर रोक लगाने की भी मांग की है।
कराना ही है तो समीक्षा करें
कांग्रेस नेताओं ने कहा, निर्वाचन आयोग अगर माओवाद प्रभावित सीटों पर अलग से मतदान कराना ही चाहता है तो सीटों का चयन अलग तरीके से किया जाए। चयन से पहले पिछले पांच वर्षों में उस विधानसभा सीट में दर्ज माओवादी घटनाओं को आधार बनाया जाए।
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