2018 में जब विधानसभा चुनाव होना है, तो 30 जून की की स्थिति में रायपुर में सर्वाधिक 4 हजार 924 मामले दर्ज हो चुके हैं। जबकि रायपुर जिले से सरकार में दो मंत्री और तीन निगम-मंडल को प्रतिनिधित्व मिला हुआ है। गृह विभाग के आला अफसर भी रायपुर में ही तैनात रहते हैं।
पिछले पांच वर्ष में हत्या, बलात्कार और धोखाधड़ी के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है। अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हो गए है कि वहां अधिवक्ताओं से मारपीट और गोली चलाने की घटना तक हो चुकी है। वहीं माओवादियों का शहरी नेटवर्क सिमी से लेकर इंडियन मुजाहिद्दीन के आंतकवादी भी अपना रैकेट चला रहा है। रायपुर उनके छिपने का सुरक्षित ठिकाना बन चुका है।
अपराध में छत्तीसगढ़ के टॉप 5 जिले
2013 | |
रायपुर | 8907 |
दुर्ग | 6892 |
बिलासपुर | 5147 |
जांजगीर | 3470 |
रायगढ़ | 3350 |
2018 | |
रायपुर | 4924 |
दुर्ग | 3655 |
बिलासपुर | 3467 |
जांजगीर | 1832 |
नंदगाव | 1783 |
रायपुर जिले के गंभीर अपराध
अपराध | 2013 | 2018 |
चोरी-लूट और डकैती | 2042 | 1048 |
अपहरण | 428 | 220 |
बलात्कार | 402 | 191 |
धोखाधड़ी | 231 | 229 |
छेड़छाड़ | 205 | 289 |
हत्या और प्रयास | 152 | 62 |