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PCC की मुहर के बाद छानबीन समिति के फैसले का इंतजार, इन 40 सीटों पर भारी विवाद

locationरायपुरPublished: Sep 16, 2018 12:30:02 pm

Submitted by:

Ashish Gupta

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार तय करने की कवायद में लगी कांग्रेस करीब 40-45 विधानसभा सीटों पर एक महासंग्राम में उलझ गई है।

Chhattisgarh Assembly Elections 2018

PCC की मुहर के बाद छानबीन समिति के फैसले पर नजर, 40 सीटों पर भारी विवाद

रायपुर. छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार तय करने की कवायद में लगी कांग्रेस करीब 40-45 विधानसभा सीटों पर एक महासंग्राम में उलझ गई है। इसको सुलझाने के लिए छानबीन समिति के अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद भुवनेश्वर कलिता अपने सहयोगियों के साथ रविवार को फिर से रायपुर आ रहे हैं।
बताया जा रहा है कि कलिता इन फंसी हुई सीटों पर नाम तय करने के लिए पार्टी पदाधिकारियों, पूर्व जन प्रतिनिधियों और वरिष्ठ कार्यकर्ताओं से बातचीत करेंगे। दावेदारी कमजोर न पड़े इसके लिए दावेदारों की पूरी भीड़ रविवार को कांग्रेस भवन में इकटठा हो रही है। करीब सभी दावेदार शुक्रवार की रात और शनिवार की सुबह तक रायपुर पहुंच गए।
कई नेताओं के साथ समर्थकों की भारी-भरकम फौज भी आई है। बहुत से लोगों ने दिल्ली से लौटे प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल और विधायक दल के नेता टीएस सिंहदेव से मुलाकात कर वहां हुई बातचीत में संभावना तलाशने की कोशिश की। बताया जा रहा है कि रविवार को कई लोग अपने समर्थकों के साथ शक्ति प्रदर्शन भी कर सकते हैं।

प्रदेश चुनाव समिति पूरा कर चुकी काम

कांग्रेस विधायक दल के नेता टीएस सिंहदेव का कहना है कि कि प्रदेश कांग्रेस की चुनाव समिति ने अपने हिस्से का काम करीब-करीब पूरा कर लिया है। अब छानबीन समिति को अपना काम करके केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण को देना है। वहां से उम्मीदवारों के नाम छांटने की अंतिम प्रक्रिया शुरू होगी। सिंहदेव का अनुमान है कि यह प्रक्रिया सितम्बर के आखिर तक पूरी हो जाएगी।

राहुल ने ली है पूरी रिपोर्ट

बताया जा रहा है कि शुक्रवार शाम कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ बैठक में प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया, पीसीसी प्रमुख भूपेश बघेल और छानबीन समिति के अध्यक्ष भुवनेश्वर कलिता ने अब तक पूरी की जा चुकी प्रक्रिया की रिपोर्ट सौंप दी है। इस रिपोर्ट में उन सीटों का भी जिक्र है, जहां पार्टी की दुविधा बढ़ी हुई है। बताया जा रहा है कि राहुल गांधी ने इन सीटों पर सावधानी से और जल्द ही नाम तय कर लेने को कहा है।

यह हैं प्रदेश की सबसे उलझी सीटें
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के मुताबिक मरवाही, कोटा, सक्ती, राजनांदगांव, रायपुर दक्षिण, बेलतरा, राजिम, चंद्रपुर, गुंडरदेही आदि ऐसी सीटें हैं, जहां उम्मीदवार तय करना इतना आसान नहीं है। अलग होने के बाद मरवाही और कोटा में कांग्रेस का भाजपा के साथ अजीत जोगी से भी सामना होना है, इसलिए यहां पेंच अधिक है। कोटा में पीसीसी महासचिव उत्तम वासुदेव, प्रवक्ता शैलेष पाण्डेय, पूर्व अफसर विभोर सिंह सहित कई महत्वपूर्ण नाम हैं। मरवाही में भी ऐसी ही स्थिति बनी है।

यहां की स्थितियां भी वैसी ही
सक्ती में तमाम घोषित दावेदारों के बीच चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री चरणदास महंत के भी चुनाव लडऩे की चर्चा है। ऐसे में यहां नाराजगी का खतरा ज्यादा है। राजनांदगांव और रायपुर दक्षिण भाजपा के गढ़ माने जाते हैं, ऐसे में यहां कांग्रेस मजबूत दावेदार तय नहीं कर पा रही है। गुंडरदेही विधानसभा में कई दावेदार हैं, जिनमें एक महिला भी है। राजिम में पूर्व मंत्री अमितेश शुक्ल की दावेदारी निर्विवाद नहीं बची है। यहां पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवार को खड़ा करने की सोच बनी हुई है, हालांकि यह फैसला आसान नहीं है।

राहुल गांधी अक्टूबर से शुरू करेंगे चुनावी अभियान
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अक्टूबर के दूसरे सप्ताह से छत्तीसगढ़ में अपने चुनावी अभियान पर रहेंगे। इसकी औपचारिक शुरुआत जांजगीर-चांपा जिले में एक जनसभा से होगी। राहुल इस जनसभा के बाद बस से आगे के लिए रवाना होंगे। इस बस को कांग्रेस खासतौर से रोड शो और छोटी सभाओं के लिए तैयार करा रही है। इसके बाद प्रदेश के हर हिस्से में पहुंचकर राहुल रोड शो और जनसभाओं, बैठकों को संबोधित करेंगे।

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