पचपेड़ीनाका से किया गिरफ्तार
ठेकेदार ने पिछले दिनों एसीबी में इसकी शिकायत की। मामले की शुरुआती जांच के बाद एसीबी ने अफसर को रंगे हाथों पकडऩे की रणनीति बनाई। तय हुई रकम के साथ शनिवार शाम को आकाश मिश्रा को पचपेड़ीनाका भेजा। वीरेंद्र जैन वहां इंतजार कर रहा था। रिश्वत की रकम जैन के हाथ में जाते ही एसीबी ने पहुंचकर उसे काबू में कर लिया।
एसीबी को पहले से थी सूचना
वीरेंद्र जैन के खिलाफ पहले भी लेनदेन करने की शिकायत एसीबी को मिली थी। लेकिन, शिकायतकर्ता के सामने नहीं आने के कारण आरोपी के खिलाफ पुख्ता साक्ष्य नहीं मिल पा रहा था। बताया जाता है कि आरोपी अपने दफ्तर में लेनदेन नहीं करता था। रिश्वत की रकम तय होने के बाद वह अपनी बताई जगह पर बुलवाता था। वहां रकम लेकर वह निकल जाता था।टीम ने हुलिया बदला
एसीबी के अफसर हुलिया बदलकर सादे कपड़ों में वीरेंद्र जैन को पकडऩे के लिए मोटरसाइकिल से कलर्स मॉल पहुंचे थे। आरोपी को रंगे हाथों पकडऩे के लिए चाय और पान की दुकान में उसका इंतजार कर रहे थे। आरोपी बड़े आराम से अपनी बाइक से पहुंचा। रकम के संबंध में उसने पूछताछ भी की। इस दौरान उसने बताया कि इसमें कुछ और लोगों को भी हिस्सा दिया जाना है। पैकेट को लेते ही टीम ने उसे पकड़ लिया।