टाइम मैनेजमेंट से मिली सफलता
मैं सोशल मीडिया से दूर जरूर रही लेकिन कोई खास फंक्शन होता तो जरूर अटेंड किया करती थी। मेरी पढ़ाई बिल्कुल नॉर्मल रही। मेरा टाइम मैनेजमेंट बहुत अच्छा था। मेंस के दौरान ज्यादा फोकस्ड रही।इंजीनियर आकाश बने सेकण्ड टॉपर
2019 की पीएससी में महासमुंद पटेवा के आकाश। शुक्ला को नौवीं रैंक मिली थी। 2020 में वे सेकण्ड टॉपर बन गए। हाल ही में यूपीएससी के जारी नतीजों में उन्हें एआईआर 427 मिली थी। वे रायपुर में रहकर सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रहे थे। उन्होंने बताया, पिता च्वॉइस सेंटर चलाते हैं। बारहवीं तक की पढ़ाई नवोदय विद्यालय सराईपाली से हुई। इसके बाद 2015 में एनआईटी से बीटेक किया। डेढ़ साल एनआईटी में ही टीचिंग असिस्टेंट की जॉब की। आकाश ने नालंदा लाइब्रेरी में पढ़ाई की।टॉप 10 लिस्ट
1 आस्था बोरकर2 आकाश कुमार शुक्ला
3 शिल्पा देवांगन
4 मिशा कोसले
5 आशुतोष कुमार देवांगन
6 नितिन तिवारी
7 अमिय श्रीवास्तव
8 पीयूष तिवारी
9 विकास कुमार चौधरी
10 अंशुल वर्मा
पिता का ऑपरेशन था, बेटी दे रही रही थीं इंटरव्यू
रायपुर के अमिय को छठवें प्रयास में मिली कामयाबी
टीवी टॉवर रायपुर निवासी अमिय श्रीवास्तव को सातवीं रैंक मिली है। वे दो बार मेंस और दो बार इंटरव्यू दे चुके हैं। पिता अतुल श्रीवास्तव सरकारी नौकरी से रिटायर्ड हैं और मम्मी संध्या श्रीवास्तव हैं। अमिय ने बताया, मैंने शंकराचार्य भिलाई से इंजीनियरिंग की और 2015 से पीएससी दे रहा हूं। पिछले साल मेंस और इंटरव्यू दोनों में नंबर कम आए थे जिसे मैंने इस बार इंप्रुव किया। पढ़ाई की तैयारी मैंने लगातार सीटिंग से नहीं की बल्कि जब मुझे लगता तब मैं पढ़ता।नौंवी रैंक वाले विकास बारहवीं में रह चुके हैं स्टेट टॉपर
बिलासपुर के विकास कुमार चौधरी को नौवीं रैंक मिली है। वे कहते हैं यह मेरा दूसरा प्रयास था। पापा ठाकुरराम चौधरी टीचर हैं और किसानी भी करते हैं। मम्मी हाउसवाइफ हैं। मैंने इंजीनियर की है। पूर्व कलेक्टर ओपी चौधरी सर से प्रेरित हुआ। वे हमारे भैया लोगों के दोस्त हैं। इसके अलावा आईपीएस भोजराम पटेल से भी प्रेरणा मिली। मेरे लिए चुनौती यह रही कि हिंदी मीडियम से अंग्रेजी मीडियम में गया और इंजीनियरिंग की। इसके बाद फिर से हिंदी माध्यम में लौटना। क्योंकि पीएससी हो या यूपीएससी दोनों में अंग्रेजी माध्यम जरूरी है। 2012 में मैंने बारहवीं की है। उस वक्त का सीजी बोर्ड टॉपर रहा हूं। इसलिए कॉन्फिडेंस तो था ही।