यहां प्रभारी अध्यक्ष ने चैंबर के अध्यक्ष, संयुक्त अध्यक्ष, कोषाध्यक्ष और महामंत्री के बीच विवादों के बारे में विस्तार से जानकारी दी । बैठक में निर्णय लिया गया है कि इन सभी बातों का पटाक्षेप अब संरक्षक मंडल की बैठक में किया जाएगा। संरक्षक मंडल की बैठक एक हफ्ते के भीतर चैंबर में आमंत्रित करने का निर्णय लिया गया है। संरक्षक मंडल की बैठक में जिनके नाम से विवादित मामले हैं, उन सभी को बुलाया जाएगा, जिसमें अध्यक्ष जितेंद्र बरलोटा, महामंत्री लालचंद गुलवानी, कोषाध्यक्ष प्रकाश अग्रवाल, संयुक्त अध्यक्ष विनय बजाज व मंडल के सदस्य शामिल रहेंगे। आरोपों पर एक-एक करके बातचीत की जाएगी।
कोषाध्यक्ष के माफी पर अड़े अध्यक्ष:अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने वाले जितेंद्र बरलोटा, कोषाध्यक्ष प्रकाश अग्रवाल द्वारा माफी मांगने पर अड़े हुए हैं। उनका कहना है कि उन पर लगाए गए आरोपों को वापस लेने के बाद ही वे कुछ निर्णय ले पाएंगे। इस मामले में कोषाध्यक्ष का कहना है कि वे किसी भी कीमत पर माफी नहीं मांगेंगे, बल्कि नियमों के तहत काम करेंगे।
जैन समाज का चैंबर से आर-पार
जितेंद्र बरलोटा के इस्तीफे के बाद अब जैन समाज ने चैंबर से आर-पार की लड़ाई छेड़ दी है। समाज के युवाओं ने चुनौती दी है कि बरलोटा का इस्तीफा वापस नहीं किया गया तो वे चैंबर से बगावत छेड़ देंगे।