बदलाव लाने मैं बनी अभियान का हिस्सा रायपुर कोटा की रहने वाली सीमा घोष ने कहा कि पत्रिका ने सही समय पर सटीक पहल की है। अब राजनीतिक सुधार की बातों को लागू करने का समय है। चेंजमेकर अभियान के द्वारा देश की जनता को मौका दिया गया है, कि वे स्वच्छ राजनीति अभियान का हिस्सा बन आंतरिक लोकतंत्र को बचाने में अपना योगदान दें। इसी कारण मैं इस अभियान से जुड़ी हूं। हर युवा का दायित्व है वो राजनीति में भागीदारी करे। बुद्धिजीवी वर्ग के राजनीति से कन्नी काटने से राजनीति और बिगड़ेगी। जनता का मिल रहा समर्थन यकीन दिलाता है कि यह अभियान जल्द ही मंजिल तक पहुंचेगा। हम सभी मिलकर इस अभियान से जुड़ें जिससे देश की राजनीति क्षेत्रवाद, जातिवाद, धर्म, भ्रष्टाचार की गिरफ्त से निकल सके।
राजनीति हो पारदर्शी इसलिए मैं उतरी धमतरी की रहने वाली डॉ. सरिता दोशी ने कहा कि पत्रिका ने पूरे देश में मूल्यों पर आधारित पत्रकारिता की है। देश मेंं लोकतंत्र की जड़ों को अपनी पैनी कलम से हमेशा मजबूत किया है। देश के राजनीतिक तंत्र को पारदर्शी बनाने के लिए पत्रिका चेंजमेकर अभियान काफी मददगार है। इसी वजह से मैं इस अभियान से जुड़ी हूं। राजनीति में यदि सुलझे हुए और ईमानदार लोग आते हैं, तो देश के लिए यह एक शुभ संकेत होगा। सत्ता का दोहन कर देश को लूटने की कोशिश हो रही है। इससे देश में भ्रष्टाचार का बोलबाला हो गया है। आज हम सबकी जिम्मेदारी है कि एक ऐसी राजनीतिक व्यवस्था कायम करें, जहां सामाजिक न्याय हो और सब का विकास हो। यह पत्रिका के चेंजमेकर अभियान के जरिए संभव किया जा सकता है।
जिम्मेदारी का है अहसास, मैं भी साथ कांकेर के रहने वाले अभिजीत दत्ता राय ने कहा कि लोगों को अपनी जिम्मेदारी का अहसास नहीं होना ही देश की समस्याओं की जड़ है। समाज में सभी लोगों को अपनी जिम्मेदारी का अहसास हो जाए तो देश की सभी समस्याएं खत्म हो जाएंगी। पत्रिका का चेंजमेकर अभियान लोगों को उनकी जिम्मेदारी का अहसास कराता है। इसी से प्रभावित होकर मैं इससे जुड़ा। राजनीति में भ्रष्टाचार को देखकर मुंह फेरना, इसे बढ़ावा देने के समान है। हर व्यक्ति को लड़ाई लडऩी होगी। भ्रष्टाचार तभी होता है जब आम नागरिक उसके खिलाफ आवाज उठाना बंद कर देते हैं। दागी लोगों को लोकतंत्र में प्रवेश से रोकने के लिए हम सभी को जागरूक होना पड़ेगा। भ्रष्टाचार के खिलाफ पत्रिका के इस महाअभियान में लोग जुड़ रहे हैं।