रायपुर

छत्तीसगढ़ी के दुरदसा बर जिम्मेदार कोन?

अपन भासा ल बोले बर लजाथें!

रायपुरOct 03, 2018 / 07:20 pm

Gulal Verma

छत्तीसगढ़ी के दुरदसा बर जिम्मेदार कोन?

छत्तीसगढ़ ह अपन भासा अउ लोककला, संस्करीति बर परसिद्ध हे। कतको बछर ले राजनीति अउ परसासनिक लड़ई चलिस हे, तब छत्तीसगढ़ी ल राजभासा के दरजा मिले हे। छत्तीसगढ़ी भासा म मया, मधुरता अउ आत्मीयता ह झलकथे। छत्तीसगढिय़ामन बहुतेच सिधवा, सरल अउ मधुर वानी वाले होथें। इहां के बिद्वानमन छत्तीसगढ़ी म अब्बड़ अकन लेख, काव्य, साहित्य, कविता, फिलिमी गाना लिखे हें।
आजकल के लइकामन ह टीवी, फिलिम अउ मोबाइल के चक्कर म अपन आप ल हिंदी अउ अंगरेजी म बोलई, लिखई ल जादा बने मानथें। छत्तीसगढ़ी बोले बर लजाथें अउ हंसी घलो उड़ाथें। आज के लइकामन छत्तीसगढ़ के गौरव, संस्करीति अउ लोककला से अनजान हावंय। अइसन सबो लइकामन ल छत्तीसगढ़ी पढ़े-लिखे बर आगू लाय बर चाही। सबो छत्तीसगढिय़ामन ल अपन भासा बोले, लिखे-पढ़े आय बर चाही। अपन संस्करीति, संस्कार, लोककला, लोकगीत ल सहेज के रखे बर चाही। तभे आगू जाके छत्तीसगढ़ के मान-मरयादा ह बने रइही। छत्तीसगढ़ी के बिकास होही। छत्तीसगढ़ी म पढ़ई अउ कामबुता घलो होही।
भासाई असमिता जगाय बर परही
छत्तीसगढ़ म भासाई असमिता जगाय के परयास आज तक नइ होय हे। इस्कूल म आने भासा के पढ़ई-लिखई ल सिक्छित होय के परमान माने के भावना इहां के मूल निवासीमन के मन म जर जमाय हे। छत्तीसगढिय़ेचमन छत्तीसगढ़ी ल भासा नोहय, बोली आय कहिथें। ए बताय के काम सरकार के आय के छत्तीसगढ़ी एक सामरथ भासा आय। फेर, वोहा जानबूझ के अइसन नइ करे बर चाहय। काबर के अइसन करे ले छत्तीसगढिय़ामन म छत्तीसगढ़ी असमिता जागे अउ जेन परदेसियामन कुरसी म कब्जा जमाय हें, वोकर कुरसी खसले के खतरा हे।
जेन राज के मुख्यमंतरी महतारी भाखा जरूरी करे के फरमान निकालथे वोकर पूजा होय बर चाही। जइसे के कतको राज के मुख्यमंतरीमन करथें। छत्तीसगढ़ राज बने के पहिली एकझन मुख्यमंतरी ह अंगरेजी ल रातोरात जरूरी करे के कमाल देखा डरे हे। हमर मुख्यमंतरी चाहंय त उही कमाल आजो छत्तीसगढ़ी खातिर रातोरात संभव हे। छत्तीसगढ़ी माध्यम म पढ़ई-लिखई जरूरी करे बर चाही।
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