रायपुर

अपन भाखा ल जगाव

राजभासा दिवस बिसेस

रायपुरNov 30, 2018 / 08:13 pm

Gulal Verma

अपन भाखा ल जगाव

छ त्तीसगढिय़ा मनखेमन ल पहली अपन भाखा ल जगाय ल लगाही तभे छत्तीसगढ़ी भाखा के बिकास होही। छत्तीसगढ़ म छत्तीसगढ़ी भाखा बर राजभासा आयोग त बना डरे हे अउ छत्तीसगढ़ राज ल बने अठरा बछर घलो होगे हे, फेर अतना बछर म छत्तीसगढ़ी भाखा के बिकास बर कुछु काम नइ हो सकिस।
छत्तीसगढ़ी भाखा ह जन-जन के भाखा नइ बन सकिस। कतको परयास करत हे छत्तीसगढ़ी मनखेमन अपन भाखा ल जगाये के, बगराये के, तभो ले अतना पिछड़े त कोनो भाखा नइ होही जतन छत्तीसगढ़ी भाखा हे। काबर के छत्तीसगढ़ी भाखा ल जतका खतरा परदेसियामन ले हे, जेमन इहां आके अपन भाखा के बिकास करत हे, वोकर ले जादा खतरा अइसे छत्तीसगढिय़ा मनखे ले हे जेन ह डिंग मारे बर अपन भाखा ल छोड़ के दूसर भाखा म गोठियाथें। फेर ए कभु नइ सीख पावत हें के दूसर भासी मनखेमन जब इहां आके अपन भाखा म गोठियाये बर नइ भुलाये, अपन भाखा कोकरो भी आघू म बोले म कोनो संसो, सरम नइ करंय, तभो ले ऐला देख के छत्तीसगढिय़ामन कुछु नइ सीखत हें।
परदेसियामन ले छत्तीसगढ़ी अउ छत्तीसगढ़ी भाखा ल खतरा नोहे, खतरा त अपन राज के अइसने मनखे ले हे जेन ह जानबूझ के छत्तीसगढ़ी भाखा बोले-गोठियाय म सरम करथे अउ अपन भाखा ल बने ले गोठियाय नइ। तभो ले जतका छत्तीसगढिय़ा मनखे हें उमन ठान लेवय की आघू ले जोन भी मनखे तीर मिलही चाहे वोहा छत्तीसगढिय़ा होवय या चाहे परदेसिया, सब्बो ले छत्तीसगढ़ी भाखा म गोठियाही त हमर भाखा ल कोन परदेसिया, कोनो दूसर मनखे ले खतरा नइ रइही। इही ल देख के बाहरी मनखमेन हमर छत्तीसगढ़ राज म छत्तीसगढ़ी भाखा ल सीख के आय बर लगहीं। जेमन पहिली ले इहां रहिथें वोमन घलो छत्तीसगढ़ी म बोले-बतियाय बर धर लिहीं।
सब्बो ले छत्तीसगढ़ी भाखा म गोठियाव चाहे कोनो भी मनखे होवय। तहां ले हमर छत्तीसगढ राज अउ इहां के छत्तीसगढ़ी भाखा के बिकास होये ले कोनो नइ रोक सकय।
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