scriptबेटी ऊपर भरोसा रखे बर चाही | chattisgarhi sahitya | Patrika News

बेटी ऊपर भरोसा रखे बर चाही

locationरायपुरPublished: Apr 18, 2019 05:24:15 pm

Submitted by:

Gulal Verma

बिचार

cg news

बेटी ऊपर भरोसा रखे बर चाही

बेटी जतका पढ़ सकय वोतका पढ़ाय बर चाही। बेटी ल पढ़ाय के संगे-संग संस्कार अउ नानम परकार के कला घलो सिखाय बर चाही। जउन वोला अपन परवार म मान देवाय। नारी म ममता के गुन भगवान ह अलगेच दे हे। हां, नउकरी करे के बेरा म बिचार अलग-अलग हो सकत हे। बेटी परवार के मान बढ़इया, सबो नत्ता ल बटोरइया हरे। हमन अपन बेटी ऊपर भरोसा रखबो तभे तो आगू बढ़ा पाबोन।
आजकाल कईझन बेटीमन के परेम बिहाव अउ आनजात म बिहाव करई ल देख-सुन के कतकोन घर-परिवार वालेमन अपन बेटीमन ल पढ़े बर इस्कूल-कालेज अउ नौकरी बर दूसर सहर भेजे बर डरराथें।
पहिली के सियानमन कहाय – ‘कालेज जाय, काल कराय।Ó फेर, आज अइसन नइये। लोग-लइकामन घर के संस्कार ले घलो आगू बढ़थे। आज दुनिया म बेटीमन सबो कोती नांव कमावत हें अउ बेटामन सही बुता करत हें। मास्टर, डाक्टर, इंजीनियर, पुलिस, सैनिक, तहसीलदार, कलेक्टर अउ पायलट तक बनत हें। चंंदा म पहुंच गे हे। राजनीति म परधानमंतरी अउ रास्टरपति घलो बन ग हे।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो