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रायपुर

पानी बिन जिनगानी अधूरा

जलसंकट : परेसानी ले उबरे बर का उपाय हे?

रायपुरMay 16, 2019 / 05:33 pm

Gulal Verma

cg news

पानी बिन जिनगानी अधूरा

पो थी-पुरान के अनुसार हमर देह ह पांच चीज ले बने हावय अउ वोही पांच चीज म आखिरी म मिल जाथे। पानी, आगी, भुइंया, अकास अउ हवा। संसार म साढ़े तैतीस करोड़ देवी-देवतामन हावय ऐला हमन जानथंन। जेमा पानी तको ल गिने हावय। अब पहिली जइसे बरसा नइ होवय। गिरथे तेनो पानी ह बोहा के समंदर म चल देथे। भुइंया के तरी पानी नइ जावय। रुख-राई काटे, जंगल उजारे के सेती कमती पानी गिरथे अउ पक्का सड़क, गली-खोर, अंगना बने ले भुइंया के तरी पानी नइ जावय।
धरती के 75 परतिसत भाग म जल हावय। फेर, ए पानी ह समंदर, साागर, खाड़ी के रूप म हे। गांव, सहर म पानी बर हाहाकार माते रहिथे। अतको म हमन पानी के महत्व ल नइ जानबो त वो दिन दूरिहा नइये जब पेटरोल, डीजल, माटीतेल जइसे पानी तक ह नाप म मिलही। पेड़ के अंधाधुंध कटई ह रुकही त हमर परयावरन ह साफ-सुथरा होही अउ पानी बर माहोल बनही। गांव के तरिया ल पाटे ले रोके बर परही। नहर के साफ-सफई होही त बांध ले पानी ह जल्दी खेतखार म आही। पानी के दुरुपयोग ल रोके बर परही। पानी बचाबो-पानी बढ़ाओ के संदेस सबो ल देय बर परही।

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