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जल संरक्छन के जरूरत

locationरायपुरPublished: May 31, 2019 05:34:39 pm

Submitted by:

Gulal Verma

जलसंकट : परेसानी ले उबरे बर का उपाय हे?

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जल संरक्छन के जरूरत

आ ज सबले बड़ा सवाल हे के पीये अउ निस्तारी पानी के कमी कइसे दूरियाही? पानी के समसिया तुरते पइदा नइ होय हे। पानी के समसिया ल जर-मूल ले नास करे बर वोकर कारन ल जान के योजना बनाय बर चाही। बरसात म हर बछर कोनो जगा जादा पानी गिरे ले बाढ़ आथे, त कहुं कमती पानी गिरे ले सुक्खा पर जथे। फेर, गरमी म बाढ़ आय जगा म घलो पानी के समसिया होथे। ऐहा तो बड़ दुख अउ चिंता के बात आए। बरसात के पानी ह फोकटे म बोहा के समुंदर म चल देथें, ऐला रोके खातिर सरकार अउ समाज दूनों ल आगू आय बर परही।
‘पानी बचाओÓ के नारा लगाय भर के कुछु नइ होवय। पानी ल बचाय बर हे त तरिया, कुआं, बावली ल जतने बर परही। नवा-नवा बांध बनाय बर चाही। जिहां के पानी तिहां रोके के बेवस्था करे चाही। नदीमन ल आपस म जोड़े के घलो खच्चित जरूरत हे। ऐकर से जिहां सुक्खा रइही, उहां पानी पहुंचाय जा सकत हे। बरसात के पानी ल भुइंया के ऊपर सकेले अउ भुइंया तरी पहुंचाय बर परही तभेच पानी के कमी के समसिया नइ होवय।
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