scriptबेलासपुर म रेगिस्तान | chattisgarhi sahitya | Patrika News

बेलासपुर म रेगिस्तान

locationरायपुरPublished: Jun 05, 2019 05:05:59 pm

Submitted by:

Gulal Verma

गोठ के तीर

cg news

बेलासपुर म रेगिस्तान

रे गिस्तान ह हमर छत्तीसगढ़ के नदिया म खोदाई करइया ठेकेदारमन के बढ़ मेहनत के फल ए। उंकर अतना मिहनत करे ले बेलासपुर म घल रेगिस्तान देखे बर मिल जाथे। जेला देख के बेलासपुर के मनखेमन बढ़ खुश होथें अउ दूरिहा-दूरिहा ले मनखेमन बेलासपुर के रेगिस्तान ल देखे बर आथे। जेकर मन एक घव म बेलासपुर के रेगिस्तान ल देख के नइ भरय वोहा इहां बइठ के जतका चाहे वोतना बेर ले बेलासपुर के रेगिस्तान ल देख के अपन मन ल मढ़ा डारथे। फेर मेहा जतका घव वोमेर ले गुजरथंव त मोर मन ह वो रेगिस्तान ल देख के अब्बड़ कल्लासी लागथे।
काबर के अइसने रेगिस्तान के जरूरत बेलासपुर ल नइये। बेलासपुर ल बने सुग्घर नदिया असन बोहात रहिथे तेन ह बने लगथे। अभी भी आपमन ए सोचत होहू के मेहा कोन रेगिस्तान के बात करत हंव अउ छत्तीसगढ़ म कहां ले रेगिस्तान आगे। त आपमन ह एक घव अभी के बेरा म बेलासपुर के ‘अरपा नदियाÓ ल एक घव जाके देखहु त आपमन ल मोर बात म थोरकुन भरोसा हो जही। काबर के अभी के बेरा म अरपा नदी ह रेगिस्तान बरोबर दिखथे। उहां रेते-रेत दिखही आप मन ल अउ कुछु नइ दिखही। दिखही भी त रेती ले भरे गंदगी दिखही। जेन ह बेलासपुर के मनखेमन के देन हे। जेकर ले दिन ब दिन अरपा नदी ह सूखात जात हे। कचरा के ढेर बनत जात हे। उहां बोहात नदिया के पानी आपमन ल देखे बर नइ मिलही। काबर के हमन ह वोला कचर के ढेर बना डारे हन अउ उहां कचरा गंदगी ल लाके डार देथन। फेर, वोकर रख-रखाव अउ वोकर बिकास के बारे म नइ सोचन।
जइसे-जइसे दिन ह बीतत जात हे, वइसे-वइसे नदिया ह अपन सुग्घर रूप ल तियाग के सुक्खा माटी रेती बरोबर दिखे लगे हे। जेकर बारे म कोनो ह नइ सोचत हे। फेर नदी ह नइ सुखात हे। सुखात तो बेलासपुरवासीमन के जीव हे। जेकर ले एक समे आये के बाद बने सुग्घर पानी नइ मिल पाही। तब फेर जाके इहां के मनखेमन ल समझ आही। ‘जब चिरई ह झररा डारिस धान ल त लुवे के का फायदा अउ का नुकसान।Ó आप सब्बोझन समझदार हव त अपन नदिया ल बचाय के जतका हो सकथे वोतका परयास करव। अरपा नदी के बिकास होही त बेलासपुर के मनखे के बिकास होही। नदिया ह लहर-लहर बोहाई त वोला देख के मनखे के तन-मन सब्बो ह सुवस्थ हो जही।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो