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महतारी भाखा म सिक्छा दे जाय

locationरायपुरPublished: Sep 12, 2019 05:08:55 pm

Submitted by:

Gulal Verma

महतारी भाखा

महतारी भाखा म सिक्छा दे जाय

महतारी भाखा म सिक्छा दे जाय

प राथमिक सिक्छा ल हरहाल म महतारी भासा म देय बर चाही। काबर के सबो बाल बिग्यानिक, सिक्छाविद्, बिद्वानमन के कहिना हे के महतारी भासा म पढ़ाय ले लइकामन जादा होसियार होथें। वोकरमन के मन अउ दिमाग ह जादा बिकास करथे। छत्तीसगढिय़ा लइकामन ल हिंदी-अंगरेजी पढ़े म मुसकुल होथे। अपन भासा म जेन लइकामन पढ़थें वोकरमन के चेहरा म खुसी दिखथे। तभो ले सरकार ह छत्तीसगढ़ी माध्यम म पढ़ई नइ कराके छत्तीसगढिय़ामन ऊपर जबरदस्ती हिंदी अउ अंगरेजी माध्यम म पढ़ई ल थोपे जावत हे।
हिंदी अउ अंगरेजी भासा सीखई ह बने बात ए अउ गुनकारी घलो हे। फेर, महतारी भासा के उपेक्छा ह खतरनाक अउ हानिकारक हे। अपन महतारी भासा म सिक्छा पवई ह सबो लइका के जनमसिद्ध अधिकार हे। तेकरे सेती हमर देस के कतकोन राजमन म समे-समे म भासा बचाव आंदोलन चलत रहिथे। छत्तीसगढ़ी म पढ़ईचभर नइ, बल्कि काम-बुता, एक-दूसर से बोलई, बतयई, पूछई, कहई, खेलई-कूदई, परब-तिहार सबो होय बर चाही।
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