नारी के परिवार बर समरपन
समाज

नदिया के खंड़ म अब्बड़ सुग्घर रुखराई, खेत-खार, हरियर दुबी-कांदी ल भराय चादर भांठा म चारोमुड़ा म बर, पीपर, लीम, आमा, जाम रुख के एक भांवर छावनी जेन म चिरई-चुरगुन के मीठ भरे बोली गुंजत रहय। उही मंझोत के चातर भुइंया म बने सरकारी इस्कूल, आंगनबाड़ी, सुवास्थ्य केंद्र, पोस्ट ऑफिस के भवन, बोरिंग अउ नवा बने पक्की सड़क। फेर, सड़क के वो पार बड़का-बड़का तरिया म भराय घात सफ्फा पानी ले लछमीपुर गांव के सुघरई ल काय कहिबे। जिहां के रहइयामन ल अपन गांव सरग कस लागय।
दया-मया संग सुमता ल भरे गांव जिहां किसिम-किसिम के नाचा, गम्मत, लीला होवत रहय। कहुं अपन गांव ल छोड़ के दूसर जगा म बसे के कभु सपना म नइ सोचय सब जुरमिल के आनंद अउ खुसहाली म जिनगी बितावंय। उहां के सरपंच रामपरसाद बढिय़ा सुभाव के मनखे रहिस। वोकर एक बेटा विकरम अउ एकझिन बेटी बिमला रहिस। दूनों भाई-बहिनी पढ़े-लिखे म हुसियार लइका रहिन। कालेज के पढ़ई ल घलो पूरा करत रहिन, तभे सरपंच के बेटा विकरम के गुरुजी के रूप म गांव ले अब्बड़ दूरिहा दूसर जिला म नौकरी लग गिस अउ बिमला के घलो बिहाव बर सगा आ गिस। बढिय़ा घराना अउ सुभिमानी सुभाव के करमठ लड़का ल देख सरपंच ह बिमला के बिहाव ल कर दिस।
विकरम के मन ल अपन नौकरी वाला नगर ह थोरको नइ सुहावय। अपन सरग ले सुग्घर गांव, घर-परिवार, दाई-ददा, कका-काकी, संगी-जहुंरिया के सुरता ह मन म हिलोरा मारय अउ किचोटत रहय। फेर, कइसनो करके चार बछर ल लटपट बिताइस, तहां ले अपन घर तीर के गांव म बदली करा के आगिस अउ बड़ मजा के रहे लागिस।
आज बिमला घलो आंगनबाड़ी कारयकरता के रूप म नौकरी करत हे अउ समे निकाल के खेत-खार कमावत -खावत जिनगी ल बितावत हे। बिमला के ससुराल जंगल भीतर आय। जिहां न पक्की सड़क न स्वास्थ्य केंद्र हे। छोटकुन गांव हे। वनवासी गरीब लइकामन ल अपन सिक्छा ले पढ़ा -लिखा के वोकरमन के बने सुवास्थ बर पूरा लगन ले सेवा करत हे। अपन दू बछर के लइका, घरवाले, सास-ससुर के सेवा करत जिनगी बितावत हे। अइसे मगन हे अपन दुनिया म जइसे वोकर इहां के सिवा कोनो दूसर ठउर ले कोनो नता नइये। तेकरे सेती डेढ़ बछर होगे अपन मइके नइ गे हे। सिरतोन, अपन घर-परिवार, संसार ल भुला के एक अनचिन्हार मनखे, घर-परिवार ल अपन बनइया सिरिफ एक नारी हो सकथे।
अब पाइए अपने शहर ( Raipur News in Hindi) सबसे पहले पत्रिका वेबसाइट पर | Hindi News अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें Patrika Hindi News App, Hindi Samachar की ताज़ा खबरें हिदी में अपडेट पाने के लिए लाइक करें Patrika फेसबुक पेज