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बड़ सुग्घर हे किरना के सीतला मंदिर ह

locationरायपुरPublished: Nov 15, 2021 04:54:48 pm

Submitted by:

Gulal Verma

आवव मोर गांव

बड़ सुग्घर हे किरना के सीतला मंदिर ह
बड़ सुग्घर हे किरना के सीतला मंदिर ह
राजधानी रायपुर ले 39 किलोमीटर दूरिहा म रक्सहंू डहर सिलयारी अउ बैकुंठ (सेंचुरी सीमेंट) रेलवे टेसन के बीच म परथे किरना गांव ह। इहां सडक़ मारग अउ रेल मारग दूनों ले पहुंचे जा सकत हे। गांव के तरियामन म अउ गांव के भीतर बहुत अकन मंदिर हें। इहां राम मंदिर, महामाया मंदिर, संतोषी मंदिर, सिव मंदिर, सीतला मंदिर परसिद्ध हे। सीतला मंदिर ल बड़ सुग्घर बनाय गे हे। मंदिर के भीतर सीतला माता के सुग्घर मूरति हे। दीवालमन म देवी-देवतामन के चित्र बने हावय। मंदिर के अंगना म छत्तीसगढ़ महतारी के सुग्घर मूरति हे। सीतला माता म गांववालेमन के बड़ सरद्धा हे। सीतला माता ह सबके मनोकामना ल पूरा करथे।
गांव म सबो समाज के लोगनमन तीज-तिहार ल मिलजुर के आपसी परेम बेवहार अउ भाईचारा से मनाथें। गांव ह सिक्छा के मामला म आगू हे। इहां के बहुतझन लोगनमन नौकरीपेसा वाले हें। इहां हायर सेकंडरी तक स्कूल हे। आस-परोस के गांव के लइकामन घलो इहां पढ़े बर आथें।
एक दिन पाछू दसहरा मनाय के परंपरा हे
गांव म रामलीला कतकोन बछर ले होवत आवत हे। इहां पहिली पंदरा दिन ले राम लीला होवय। रामलीला अउ दसहरा के सोर दूरिहा-दूरिहा ले रिहिस हे। 25-30 बछर पहिली इहां दूरिहा-दूरिहा गांव के लोगनमन गाड़ी बइला म परिवार समेत रामलीला देखे बर आवंय। रात म गांव म मेला लगे हे तइसे लागय। अब गांव-गांव मं रामलीला अउ दसहरा होय बर धरलिस। दुरगा पाख म दूसर कारयकरम घलो होय बर धर ले हे। टीवी के जमाना आ गे हे। तेकर सेती रामलीला देखे बर पहिली जइसे भीड़ नइ रहय। तभो ले इहां के नवा पीढ़ी ह रामलीला ल संजो के रखे हे। अभु घलो गांव म बड़ सुग्घर रामलीला अउ दसरहा होथे। इहां एक दिन पाछू दसहरा मनाय के परंपरा हे।
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