2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव की जोरो शोरो से तैयारी शुरू हो गई है। ना केवल मंत्री, पार्टी के छोटे बड़े कार्यकर्ता भी अपने स्तर पर तैयारी करने में खून पसीना बहा रहे है। वर्तमान स्थिति में बात करें तो छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव डेढ़ साल बाद है। कांग्रेस और भाजपा दोनों ही पार्टी हर छोटे बड़े इलाके में जा कर लोगों से मिल कर केंद्र एवं राज्य सरकार के योजनाओं की जानकारी दे रहे है।
खैरागढ़ उपचुनाव जीतने के बाद कांग्रेस का मनोबल आसमान छूता नजर आ रहा है। वही भाजपा के केंद्रीय मंत्रियों का छत्तीसगढ़ दौरा लगातार जारी है। केंद्रीय गृह मंत्री नित्यानंद राय भी 4 मई को छत्तीसगढ़ दौरे पर हैं। नक्सल प्रभावित क्षेत्र जैसे बीजापुर, दंतेवाड़ा के लोगो को केंद्र सरकार की योजनाओ का जमीनी स्तर पर क्या काम हुआ है उसका आंकलन कर रही है।
आज से प्रदेश के सभी 90 विधानसभा क्षेत्रों में आप सबसे भेंट-मुलाकात करने निकल रहा हूँ।
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) May 4, 2022
यह शुरुआत सरगुजा संभाग से हो रही है, कोशिश रहेगी कि आपके साथ अधिक से अधिक समय बिता पाऊँ।
आज बलरामपुर जिला के सामरी विधानसभा में कुसमी, शंकरगढ़ और बरियों गांव में रहूँगा।#BhupeshTuharDwar pic.twitter.com/rAXA218HJP
भाजपा का सियासी दौरा शुरू
छत्तीसगढ़ में लगातार हार के बाद भाजपा - कांग्रेस के खिलाफ आंदोलनात्मक रूप से आक्रामक होती दिख रही है। प्रदेश के साथ- साथ केंद्र में बैठे नेता भी छत्तीसगढ़ में फिर से भाजपा लाने की प्रयास में जूट चुके है। भाजपा के वरिष्ठ नेता लगातार प्रदेश दौरे पर आ रहे है। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय और भाजपा के नेता, संघ राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा से मुलाकात की। अपनी चुनावी छवि मजबूत करने के लिए जुटी भाजपा बहुत आक्रामक नज़र आ रही है। पिछले चुनाव में हारने के बाद भाजपा अपनी सियासी बल को और मजबूत करने में ज़ोर डाल रही है। दोनों ही पक्ष अपने- अपने दौरे में नयी रणनीतियों के साथ उतरते दिख रहे है, पर बीते चुनाव में हारी हुई भाजपा आक्रामक रूप से उतरने की सम्भावना ज्यादा है।
आप भी दे सकती है टक्कर
हाल ही में पंजाब में परचम लहराई आम आदमी पार्टी भी छत्तीसगढ़ में अपनी पैठ जमाने को बेताब। भारी बहुमत से दिल्ली में दो बार और पंजाब में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने के बाद अब छत्तीसगढ़ में परचम लहराने की तैयारी में है. सोशल मीडिया से लेकर जिला स्तर पर काम करना शुरू कर दिया है।