Read Also: पितृपक्ष आज से शुरू, ध्यान रखें ये बात वरना घर में आ जाएगी एेसी आफत मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कैट के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर परवानी ने कहा कि बंद के दौरान पेट्रोल-पंप, स्कूल-कॉलेज को पृथक रहेंगे। मेडिकल सेक्टर में भी ऑनलाइन की पैठ होने की वजह से थोक और चिल्हर दवा कारोबारी संघ ने बंद का समर्थन दे दिया है, लिहाजा मेडिकल स्टोर्स बंद रहेंगे। रिटेल व्यापार को बचाने और ई-कॉमर्स पॉलिसी नहीं होने की वजह से ये बड़ी ऑनलाइन कंपनियां कारोबारियों को बर्बाद कर देगी।
Read Also: VIDEO: प्रदेश अध्यक्ष की गिरफ्तारी के विरोध में कांग्रेस का जेल भरो आंदोलन, कई कार्यकर्ता गिरफ्तार पहले तो यह कंपनियां रिटेल कारोबारियों को बर्बाद करने तक सस्ते में सामान बेचेगी, लेकिन ग्राहकों के आदी होने के बाद यही सामान वाास्तविक कीमत से डेढ़ गुणा महंगी बिकेगी, तब ग्राहकों के पास कोई ऑप्शन नहीं रहेगा। तब तक रिटेल कारोबारी अपनी दुकान बंद कर चुके होंगे।
यदि सही समय पर इस पर रोक और छूट को लेकर ई-कॉमर्स की पॉलिसी लागू नहीं की गई तो यह देश की अर्थव्यवस्था के लिए घातक होगा। प्रेस कांफे्रंस के दौरान छग सराफ एसोसिएशन के अध्यक्ष मदनलाल अग्रवाल, छग केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसो. के अध्यक्ष तोषण चंद्राकर, स्वदेशी जागरण मंच के रायपुर महानगर संयोजक दिग्विजय भाकरे, कैट के महामंत्री जितेंद्र दोशी, कार्यकारी अध्यक्ष विक्रम सिंहदेव, वरिष्ठ उपाध्यक्ष कैलाश खेमानी, प्रभारी महामंत्री परमानंद जैन, राजकुमार राठी मौजूद रहे।