गोबर की कीमत तय करने के लिए कृषि मंत्री रविंद्र चौबे की अध्यक्षता में शनिवार को मंत्रिमंडलीय उपसमिति की करीब 1 घंटे तक चली बैठक में कीमत तय करने से पहले विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में मंत्री रविंद्र चौबे व मंत्री मोहम्मद अकबर ने गोबर क्रय करने की पारदर्शी व्यवस्था तय करने की बात कही। बैठक में सहकारिता मंत्री प्रेम सिंह टेकाम, नगरीय प्रशासन मंत्री डॉक्टर शिव कमर डहरिया भी शामिल हुए।
गोबर खरीदी के लिए बनेगा कार्ड
बैठक में बताया कि गौठान समिति अथवा उसके द्वारा नामित समूह द्वारा घर-घर जाकर गोबर संग्रहण किया जाएगा। इसके लिए खरीदी कार्ड की भी व्यवस्था सुनिश्चित करने का प्रयास होगा, ताकि रोजाना संग्रहित किए जाने वाले गोबर की मात्रा और भुगतान की राशि का उल्लेख कार्ड में किया जा सके। समिति ने किसानों और पशुपालकों में क्रय किए गए गोबर के एवज में पाक्षिक भुगतान किए जाने की भी अनुशंसा की है।
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) देश का पहला ऐसा राज्य होगा जो पशुपालकों से गोबर (Cow Dung) खरीदी करेगा। इसके लिए सरकार ने
गोधन न्याय योजना (Godhan Nyay Yojana) बनाई है। इसकी शुरुआत हरेली पर्व से होगी। पहले चरण में शासन की ओर से निर्मित 2240 गोठानों को जोड़ा जाएगा। आने वाले कुछ दिनों में करीब 2800 गोठानों का निर्माण पूरा होने के बाद यहां भी खरीदी होगी।