वे आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में शामिल हो जाएं, अन्यथा पुलिस की गोली खाने के लिए तैयार रहें। मुख्यमंत्री पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय माना में आरक्षकों के दीक्षांत परेड को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा, हमारे जवान लगातार उत्साह के साथ आगे बढ़ रहे हैं। उनका आत्मविश्वास बता रहा है कि जल्द ही इस समस्या को पूरी तरह से समाप्त कर दिया जाएगा।
नक्सलियों के खिलाफ चल रही लड़ाई अब नहीं थमेगी। फोर्स इसके लिए तैयार बैठी हुई है। उन्होंंने कहा, जंगलों में आखिरी नक्सली के मारे जाने अथवा आत्मसमर्पण तक सुरक्षा बलों का आक्रामक अभियान जारी रहेगा। नक्सलियों के खिलाफ चल रहे संघर्ष में मुख्यमंत्री का एक ऐसा कड़ा बयान पहली बार आया है। इससे पहले कई मौकों और कई मंचों पर मुख्यमंत्री यह कह चुके हैं कि नक्सलियों से बातचीत का रास्ता हमेशा खुला है। सरकार संविधान के दायरे में बातचीत के लिए तैयार है।
पुलिस कर्मियों के लिए सुविधाओं की घोषणा
मुख्यमंत्री ने पुलिसकर्मियों के वेतन-भत्ते मध्य प्रदेश जैसा करने की घोषणा की। मध्य प्रदेश में पुलिस कर्मियों को 8-10 प्रतिशत अधिक वेतन-भत्ता मिलता है। उन्होंने रिस्पांस भत्ता, चिकित्सा भत्ता की घोषणा की। इसके अलावा सभी को सीयूजी नंबर देने, बुलेटप्रूफ जैकेट देने, पुलिस कर्मियों के लिए 10 हजार मकान बनाने और पुलिस प्रशिक्षण स्कूल में मॉड्यूलर किचन बनाने के लिए 1 करोड़ 20 लाख रुपए देने की भी उन्होंने घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने पुलिसकर्मियों के वेतन-भत्ते मध्य प्रदेश जैसा करने की घोषणा की। मध्य प्रदेश में पुलिस कर्मियों को 8-10 प्रतिशत अधिक वेतन-भत्ता मिलता है। उन्होंने रिस्पांस भत्ता, चिकित्सा भत्ता की घोषणा की। इसके अलावा सभी को सीयूजी नंबर देने, बुलेटप्रूफ जैकेट देने, पुलिस कर्मियों के लिए 10 हजार मकान बनाने और पुलिस प्रशिक्षण स्कूल में मॉड्यूलर किचन बनाने के लिए 1 करोड़ 20 लाख रुपए देने की भी उन्होंने घोषणा की।
सशस्त्र बल में पहली बार पहुंची बेटियां
पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय में 9 महीने का प्रशिक्षण पूरा कर गुरुवार को 354 लड़किया छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल में शामिल हो गईं। राज्य गठन के बाद पहली बार इस दस्ते में महिलाओं को स्थान मिला है। मुख्यमंत्री ने इसे महत्वपूर्ण बताया है। गुरुवार को हुई दीक्षांत परेड में 526 आरक्षकों की परेड का मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने निरीक्षण किया। इन टुकडिय़ों ने परेड कौशल में अपनी दक्षता दिखाई।
पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय में 9 महीने का प्रशिक्षण पूरा कर गुरुवार को 354 लड़किया छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल में शामिल हो गईं। राज्य गठन के बाद पहली बार इस दस्ते में महिलाओं को स्थान मिला है। मुख्यमंत्री ने इसे महत्वपूर्ण बताया है। गुरुवार को हुई दीक्षांत परेड में 526 आरक्षकों की परेड का मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने निरीक्षण किया। इन टुकडिय़ों ने परेड कौशल में अपनी दक्षता दिखाई।
बाद में प्रशिक्षण के दौरान उल्लेखनीय प्रर्दशन करने वाले आरक्षकों को मुख्यमंत्री ने शील्ड और प्रशस्ति पत्र देकर पुरस्कृत किया। समारोह में समारोह में पुलिस महानिदेशक एएन उपाध्याय, गृह और वित्त विभाग के प्रमुख सचिव अमिताभ जैन, एडीजी प्रशासन संजय पिल्लै सहित बडी़ संख्या में अधिकारी उपस्थित थे।