50 प्रतिशत सिलेबस हो चुका पूरा
महाविद्यालय प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार एप के माध्यम से ऑनलाइन पढ़ाई करवाकर शिक्षक छात्रों का 50 प्रतिशत सिलेबस पूरा कर चुके है। महाविद्यालय में प्रवेश प्रक्रिया जारी होने के बाद ऑनलाइन पढ़ाई रोजना जारी है। एप के माध्यम से ही जिम्मेदार छात्रों की उपस्थिति और उनका होमवर्क चेक करते हे। एप में माध्यम से मॉनीटरिंग करने में महाविद्यालय प्रबंधन को भी आसानी भी हो रही है।
महाविद्यालय प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार एप के माध्यम से ऑनलाइन पढ़ाई करवाकर शिक्षक छात्रों का 50 प्रतिशत सिलेबस पूरा कर चुके है। महाविद्यालय में प्रवेश प्रक्रिया जारी होने के बाद ऑनलाइन पढ़ाई रोजना जारी है। एप के माध्यम से ही जिम्मेदार छात्रों की उपस्थिति और उनका होमवर्क चेक करते हे। एप में माध्यम से मॉनीटरिंग करने में महाविद्यालय प्रबंधन को भी आसानी भी हो रही है।
10 हजार में बनवाया एप
महाविद्यालय के जिम्मेदारों से मिली जानकारी के अनुसार छात्रों को शिक्षित करने के लिए नई स्टार्ट अप कंपनी में संपर्क करके मात्र 10 हजार रुपए एप का निर्माण करवाया है। महाविद्यालय का एप एंड्रायड मोबाइल के प्ले स्टोर में भी उपलब्ध है। महाविद्यालय की वेबसाइट में एप का लिंक प्रबंधन ने अपडेट किया है। महाविद्यालय की वेबसाइट से भी एप के माध्यम से छात्र व शिक्षक कनेक्ट हो सकते है।
महाविद्यालय के जिम्मेदारों से मिली जानकारी के अनुसार छात्रों को शिक्षित करने के लिए नई स्टार्ट अप कंपनी में संपर्क करके मात्र 10 हजार रुपए एप का निर्माण करवाया है। महाविद्यालय का एप एंड्रायड मोबाइल के प्ले स्टोर में भी उपलब्ध है। महाविद्यालय की वेबसाइट में एप का लिंक प्रबंधन ने अपडेट किया है। महाविद्यालय की वेबसाइट से भी एप के माध्यम से छात्र व शिक्षक कनेक्ट हो सकते है।
महाविद्यालय के छात्रों को उत्कृष्ठ शिक्षा मिल सके और शिक्षकांे को छात्रों को पढ़ाने में परेशानी का सामना ना करना पड़े, इसलिए एप का निर्माण कराया गया है। परिसर को वाई फाई जोन में तब्दील किया है, ताकि पठन-पाठन में किसी को भी परेशानी ना उठानी पड़े।
– डॉ अमिताभ बैनर्जी, प्राचार्य , जे. योगानंदम छत्तीसगढ कॉलेज
– डॉ अमिताभ बैनर्जी, प्राचार्य , जे. योगानंदम छत्तीसगढ कॉलेज