जब चुनाव निर्णय पक्ष में हों तो ईवीएम पारदर्शी व जब जनता आपके कर्मों के अनुरूप आपको नकार दे तब ईवीएम में खामी। रमन सिंह ने कहा, यह कांग्रेस के दोहरे चरित्र का प्रमाण है। अब जनता समझ चुकी है कि कमी ईवीएम में नहीं आपकी नीतियों में है।
राजीव भवन में रविवार को हुई कांग्रेस प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया ने ईवीएम की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा, पूरी प्रणाली में कुछ गड़बड़ जरूर है। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने स्थानीय निकाय के चुनाव ईवीएम की बजाय बैलेट पेपर से कराने के संकेत दिए थे।
कांग्रेस बोली, भाजपा ने ही किया था पहला विरोध
प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता घनश्याम राजू तिवारी ने कहा, ये वहीं भाजपा है जिसने 2007 में ईवीएम को खारिज करने की मांग सर्वोच्च न्यायालय में उठाई थी। परिणाम इनके अनुकूल आ रहे हैं तो ये लोग ईवीएम के प्रवक्ता बन रहे हैं।
तिवारी ने कहा, कांग्रेस की आपत्तियां परिणाम आने के बाद नहीं आईं हैं। चुनाव से पहले ही बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग की जा चुकी थी। इस मांग में दूसरे दल भी शामिल थे। अगर ईवीएम पर सवाल उठ रहे हैं तो निर्वाचन आयोग को बैलेट पेपर से चुनाव कराने पर सोचना चाहिए।