रायपुरPublished: Jul 06, 2022 03:48:23 pm
CG Desk
स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा प्रदेश के स्कूलों में शैक्षणिक सत्र 2022-23 के लिए प्रार्थना सभा के संबंध में निर्देश जारी किए गए हैं।
रायपुर.राज्य के स्कूलों में अब राष्ट्रगान, राष्ट्रगीत और सरस्वती वंदना के साथ राज्य गीत अरपा पैरी के धार, महानदी हे अपार… का गायन होगा। इस संबंध में शिक्षा विभाग ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा प्रदेश के स्कूलों में शैक्षणिक सत्र 2022-23 के लिए प्रार्थना सभा के संबंध में निर्देश जारी किए गए हैं।प्रार्थना सभा में राज्यगीत के लिए एक मिनट 15 सेकेंड, शपथ के लिए एक मिनट, प्रेरणा गीत के लिए दो मिनट, समाचार पत्र वाचन के लिए पांच मिनट, नैतिक व प्रेरक कहानी के लिए पांच मिनट और राष्ट्रगान के लिए 52 सेकंड का समय निर्धारित किया गया है।राज्य गीत में 7 जिलों और चार नदियों का उल्लेख है। इनमें अरपा, पैरी, महानदी और इंद्रावती शामिल हैं।
बता दें कि प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल ने पिछले साल अरपा पैरी के धार को राज्य गीत घोषित किया था, जिसे डॉ नरेंद्र देव वर्मा ने लिखा है। इस राज्य गीत में छत्तीसगढ़ की संस्कृति का बखान किया गया है। राज्य गीत के प्रार्थना में शामिल हो जाने से अब प्रदेश के सभी स्कूली बच्चे हर दिन राज्य की संस्कृति से जुड़ेंगे। इसके साथ ही प्रदेश की नदियों अरपा, पैरी और महानदी को भी जानेंगे।
ये है राज्य गीत
अरपा पइरी के धार महानदी हे अपार,
इंद्रावती ह पखारय ताेर पइंया।
महूं पांव परंव ताेर भुइंया,
जय हो जय हो छत्तीसगढ़ मइया।।
सोहय बिंदिया सही घाते डोंगरी, पहार
चन्दा सुरूज बने तोर नयना,
सोनहा धाने के संग, लुगरा के हरियर रंग
तोर बोली जइसे सुघर गइना।
अंचरा तोरे डोलावय पुरवइया।।
(महूं पांव परंव ताेर भुइंया, जय हो जय हो छत्तीसगढ़ मइया।।)