रायपुर. चुनावी आचार संहिता में अधिकारियों का ध्यान भटकने से निर्माण कार्यों में भी ब्रेक सा लग गया है। इसे भाटागांव ओवरब्रिज की निर्माण गति को देखकर समझा जा सकता है। एक तरफ जहां कुशालपुर से चंगोराभाठा जाने के लिए ओवरब्रिज से मार्ग को शुरू कर दिया गया है, वहीं निर्माणाधीन बस स्टैंड से भाटागांव जाने के लिए अब भी राहगीरों को ओवरब्रिज का चक्कर लगाना पड़ रहा है।
रायपुर. चुनावी आचार संहिता में अधिकारियों का ध्यान भटकने से निर्माण कार्यों में भी ब्रेक सा लग गया है। इसे भाटागांव ओवरब्रिज की निर्माण गति को देखकर समझा जा सकता है। एक तरफ जहां कुशालपुर से चंगोराभाठा जाने के लिए ओवरब्रिज से मार्ग को शुरू कर दिया गया है, वहीं निर्माणाधीन बस स्टैंड से भाटागांव जाने के लिए अब भी राहगीरों को ओवरब्रिज का चक्कर लगाना पड़ रहा है।
रायपुर. चुनावी आचार संहिता में अधिकारियों का ध्यान भटकने से निर्माण कार्यों में भी ब्रेक सा लग गया है। इसे भाटागांव ओवरब्रिज की निर्माण गति को देखकर समझा जा सकता है। एक तरफ जहां कुशालपुर से चंगोराभाठा जाने के लिए ओवरब्रिज से मार्ग को शुरू कर दिया गया है, वहीं निर्माणाधीन बस स्टैंड से भाटागांव जाने के लिए अब भी राहगीरों को ओवरब्रिज का चक्कर लगाना पड़ रहा है।
रायपुर. चुनावी आचार संहिता में अधिकारियों का ध्यान भटकने से निर्माण कार्यों में भी ब्रेक सा लग गया है। इसे भाटागांव ओवरब्रिज की निर्माण गति को देखकर समझा जा सकता है। एक तरफ जहां कुशालपुर से चंगोराभाठा जाने के लिए ओवरब्रिज से मार्ग को शुरू कर दिया गया है, वहीं निर्माणाधीन बस स्टैंड से भाटागांव जाने के लिए अब भी राहगीरों को ओवरब्रिज का चक्कर लगाना पड़ रहा है।