भाजपा प्रत्याशी जहां पिछले 15 साल में क्षेत्र में किए गए विकास कार्यों को जनता को बताने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं, तो कांग्रेस प्रत्याशी कन्हैया अग्रवाल ने भाजपा की खामियां गिना रहे हैं। दक्षिण विधानसभा सीट के उम्मीदवारों चुनाव में क्या है एजेंडा और रणनीति। और क्यों है इन्हें जीत का भरोसा, आप भी एक नजर डालें।
15 साल में क्षेत्र में हुए करोड़ों के कार्य
भाजपा प्रत्याशी बृजमोहन अग्रवाल का कहना है कि रायपुर दक्षिण में पिछले 15 सालों में विकास कार्यों की बयार बही है। इसे क्षेत्र की जनता बखूबी समझती है। क्षेत्र में पिछले कुछ सालों में बड़े-बड़े विकास हुए हैं। चाहे वह सुभाष स्टेडियम का निर्माण हो, सप्रे शाला मैदान में गार्डन और मिनी स्टेडियम, रिंग रोड में कुशालपुर और भांठागांव में ओवर ब्रिज या फिर रावणभांठा में अंतरराज्यीय बस स्टैंड का निर्माण सब कुछ किया जो जनता की मांग पर किया गया और किया जा रहा है।
एजेंडा: रायपुर दक्षिण क्षेत्र में पिछले 15 साल में ढेरों विकास कार्य हुए हैं कुछ कार्यों का निर्माण जारी है। अब तक हमारी सरकार ने जितने कार्य किए है, उन्हीं को लेकर जनता के बीच फिर से जा रहे है। जो कार्य पेंडिंग हैं, उसे चुनाव बाद तत्काल धरातल पर उतारने की प्राथकिता रहेगी।
रणनीति : कार्यकताओं की वार्ड स्तर में बैठक, बूथ स्तर की बैठक, मंडल की बैठक, सर्वे केउपरांत सामाजिक संगठनों की बैठक, मोहल्लों में बैठकें, नुक्कड़ सभाओं के साथ सीधे जनता से संपर्क कर पिछले बार से दोगुने मतों से जितने की रणनीति पर गंभीरता से काम किया जा रहा है।
जीत का भरोसा इसलिए : वे पिछले 28 सालों से विधायक रहे है। दक्षिण क्षेत्र से वे 15 सालों से विधायक है। क्षेत्र की जनता हर बार रिकार्ड मतों से चुनाव में जीताते आ रहे हैं। इसबार भी पूरा विश्वास है कि क्षेत्र की जनता रिकार्ड मतों से जिताएगी।
निर्माण कार्यों में गुणवत्ता दरकिनार
कांग्रेस प्रत्याशी कन्हैया अग्रवाल का आरोप है कि दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में तीन साल पहले की गई घोषणा ही जमीन पर अभी तक नहीं उतरी है। रोड चौड़ीकरण के नाम पर पचपेड़ी नाका से भाठागांव नहर रोड बनाने के नाम पर खानापूर्ति की गई है। आधी सड़क चौड़ीकरण दस साल से वैसी ही छोड़ दी गई है। लोगों को आने जाने में परेशानी हो रही है। कई कॉलोनियों-बस्तियों की सड़कें आज भी संकरी है। मठपुरैना में अस्पताल के लिए तीन साल पहले बजट में घोषणा की गई थी, खाली कराई जमीन पर अभी तक नींव तक नहीं डली है।
एजेंडा: खस्ताहाल सड़कें, बिजली, पानी, टैक्स, प्रदूषण, भ्रष्टाचार, बेतरतीब निर्माण, अतिक्रमण कर जमीनों की रजिस्ट्री, स्वास्थ्य, शिक्षा, विभिन्न विभागों में भ्रष्टाचार को उजागर करना, वर्ग विशेष को लाभ पहुंचाने के आरोप के साथ रायपुर दक्षिण की जनता को जागरुक करना आदि।
रणनीति : सभी कार्यकर्ता मिलकर सुबह से लेकर रात तक जमकर प्रचार-प्रसार कर रहे हैं। इसमें रैली, जनसंपर्क, बूथ स्तर की बैठकें, लोक संगीत से प्रचार आादि तरीके अपना रहे हैं। साथ ही विरोधी पार्टियों के प्रत्याशियों की गतिविधियों पर भी पैनी नजर रख रहे हैं।
जीत का भरोसा इसलिए : कांग्रेस प्रत्याशी कन्हैया अग्रवाल का मानना है कि क्षेत्र की जनता परितर्वन का मन बना चुकी है। क्योंकि जनता दक्षिण के विधायक और भाजपा सरकार के कार्य को बखूबी समझ चुके हैं। कुल मिलाकर जनता परिवर्तन चाह रही है।