जोगी को मित्र बता चुके हैं राजनाथ
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह 14 नवम्बर को मरवाही विधानसभा क्षेत्र के दुबटिया में अजीत जोगी को अपना मित्र बता चुके हैं। उस दिन राजनाथ सिंह ने कहा था कि एक हमारे अजीत जोगी जी हैं, अगर उन्हें राजनीति ही करनी थी तो भाजपा में आ जाते। जबरन परेशान हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि अजीत जोगी उनके मित्र हैं, लेकिन वे मुख्यमंत्री रहते कुछ नहीं कर पाए।
भगवान न करें, एेसा दिन आए
कुछ दिन पहले पत्रिका ने मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से पूछा था कि चुनाव के बाद सरकार बनाने के लिए अजीत जोगी के समर्थन की जरूरत पड़े तो क्या करेंगें। मुख्यमंत्री ने छूटते ही कहा था कि भगवान न करें, कभी एेसा दिन आए।
सरकार बनी तो उत्तरप्रदेश की तरह विकास
आरंग और जैजैपुर विधानसभा क्षेत्र की सभाओं में बसपा प्रमुख मायावती ने उत्तरप्रदेश के विकास मॉडल का सपना दिखाया। उन्होंने कहा कि सरकार बनने पर छत्तीसगढ़ में भी यूपी की तरह विकास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि देश के साथ प्रदेश में भी केवल अमीर लोगों और उद्योगपतियों की पूछ-परख हो रही है। इस मामले में कांग्रेस और भाजपा दोनों की नीतियां एक जैसी हैं। दोनों उद्योगपतियों के पैसे से चुनाव लड़ती हैं और जीतने के बाद उन्हीं के इशारों पर चलती हैं। उन्होंने कहा कि देश में 50 वर्षों तक शासन करने के बाद भी कांग्रेस ने गरीब, मजदूर, दलित, आदिवासी, अल्पसंख्यक और पिछड़ा वर्ग के लोगों का मात्र शोषण ही किया है।
कांग्रेस बोली- सामने आ गया जोगी का मकसद
कांग्रेस के प्रवक्ता घनश्याम राजू तिवारी ने कहा कि इस बयान से साफ हो गया कि जोगी की पार्टी भाजपा की बी टीम है और उनका मकसद कांग्रेस को नुकसान पहुंचाना है। तिवारी ने कहा कि गलतफहमी में जोगी के साथ गए और चुनाव लड़ रहे लोगों को समझ जाना चाहिए कि जोगी का उद्देश्य अभी भी वही है जो कांग्रेस के भीतर रहकर था। वे पहले भी अपने मित्र रमन सिंह को जिताते थे, इस बार भी वे भाजपा के लिए लड़ रहे हैं।