आपत्ति पर होगी देरी
मतगणना को लेकर कांग्रेस-भाजपा ने अपनी रणनीति तैयार कर ली है। दोनों ही दल इस तैयारी में हैं कि वीवीपैट पर्ची और इवीएम के वोटों में अंतर आने पर संबंधित विधानसभा क्षेत्र की सभी वीवीपैट मशीनों की पर्चियों की गिनती कराई जाए। यदि निर्वाचन आयोग किसी उम्मीदवार की इस मांग को स्वीकार कर लेता है तो संबंधित विधानसभा सीट के नतीजे घोषित होने में देर रात हो सकती है। ऐसी स्थिति में बैलेट यूनिट की तर्ज पर पूरी गिनती करनी होगी।
14 राउंड में आएगा रिजल्ट
निर्वाचन आयोग प्रत्येक विधानसभा सीट की गिनती के लिए 14 टेबल लगाएगा। यानी इवीएम के वोट की गिनती 14 चरण में होगी। इसके बाद ही असली तस्वीर साफ हो पाएगी।
रायपुर दक्षिण के नतीजों के लिए करना होगा इंतजार
आयोग से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक जिस विधानसभा क्षेत्र में मतदान केंद्र और मतदाताओं की संख्या कम है वहां के नतीजे पहले आएंगे। इस हिसाब से कोंडागांव और बस्तर विधानसभा सीट के नतीजे पहले आ सकते हैं। यहां से पांच-पांच उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। मतदान केंद्रों के हिसाब से देखें तो नारायणपुर सीट का नतीजा जल्दी आने की उम्मीद है। वहीं, रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट का नतीजा आने में ज्यादा विलम्ब हो सकता है। यहां सबसे अधिक 46 उम्मीदवार चुनाव मैदान में है।52 हजार से अधिक डाक मतपत्रों की होगी गिनती
अधिक प्रत्याशियों वाली पांच सीट
रायपुर दक्षिण- 46 रायपुर पश्चिम- 37
राजनांदगांव- 30 बिल्हा- 29
कसडोल- 29 कम प्रत्याशियों वाली पांच सीट
विधानसभा क्षेत्र – उम्मीदवारों की संख्या कोंडागांव- 05
बस्तर- 05 कांकेर- 06
कोंटा- 06