रायपुरPublished: Oct 16, 2022 04:03:27 pm
CG Desk
पानी प्रदूषण की 70 से ज्यादा, मिट्टी की गुणवत्ता की 30 से अधिक, एयर क्वालिटी की जांच के लिए 15 से ज्यादा टेस्ट हो सकेंगे। इसके अलावा हवा, मिट्टी, पानी में घुलने वाले हैवी लौह कणों की जांच भी हो पाएगी।
अभी प्रदेश में हवा, पानी, मिट्टी, ध्वनि प्रदूषण, सॉलिड वेस्ट प्रदूषण, बैक्टीरियोलॉजिकल प्रदूषण, वाहनों के धुएं, टॉक्सीसिटी और मिट्टी से खाद्य पदार्थों तक जाने वाले विषैले तत्वों की जांच अगले साल तक शुरू हो जाएगी। पर्यावरण संरक्षण मंडल अगले साल 5 जून को इसका लोकार्पण करेगा। अभी तक प्रदेश इस तरह की जांच के लिए दूसरे राज्यों पर आश्रित है।